जीवन लम्बा होने की बजाय महान होना चाहिए
मैं राजनीति में सुख भोगने नहीं बल्कि नीचे दबे अपने भाइयों को अधिकार दिलाने आया हूँ
शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो….
ये विचार थे बाबा साहेब अंबेडकर के. बहुजनों को मुख्य धारा से जोड़ने का काम उन्होंने ही किया. जिस समय मनुवादी अछूतों को अपने कुएं से पानी नहीं पीने देते थे…उस दलदल के बीच बाबा साहेब भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपनी काबिलियत के झंडे गाड़ रहे थे. जब अछूतों को कहीं थूकने की आजादी नहीं थी…उस समय बाबा साहेब विश्व पटल पर अपने समाज का लोहा मनवा रहे थे…बाबा साहेब की योग्यता और प्रसिद्धि इतनी थी…उनके द्वारा किए गए काम ऐसे थे…उनकी बुद्धि ऐसी थी कि भारत ही नहीं बल्किन दुनिया के तमाम देश उन्हें आज भी अपना आदर्श मानते हैं. हर वर्ष दुनिया के करीब 100 से अधिक देशों में बाबा साहेब की जयंती मनाई जाती है, उन्हें याद किया जाता है. अमेरिका भी उन्हीं में से एक है. इस लेख में हम आपको बताएंगे जब अमेरिकी राष्ट्रपति ने बाबा साहेब की तारीफ में कसीदे पढ़े थे.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने बाबा साहेब की तारीफ
दरअसल, जहां भारत में सदियों तक बहुजनों को प्रताड़ित किया गया…उन्हें उनके अधिकारों से वंचित रखा गया..उन्हें दबाया गया कुचला गया…अमेरिका के मूलनिवासियों के साथ भी यह लंबे समय से होता आ रहा है. अमेरिका और भारत दोनों ही अंग्रेजों के उपनिवेश रहे…अमेरिका 1782 में आजाद हो गया तो वही भारत को 1947 में आजादी मिली. अमेरिका में रंग को लेकर भेदभाव है. अमेरिका में जो भी वाइट अमेरिकन हैं…उनका लिंक कहीं न कहीं से अंग्रेजों से जुड़ा हुआ है…वे वहां के मूलनिवासी नहीं हैं.
लेकिन लंबे समय तक वहां अंग्रेजों का शासन होने के कारण उन्हीं का वर्चस्व बनता चला गया और मूलनिवासियों को उनके अधिकारों से वंचित कर दिया गया. इसे लेकर दशकों तक संघर्ष चले और अभी के समय में मूलनिवासियों को भी बराबर के अधिकार हैं. लेकिन अभी भी समय समय पर ब्लैक लाइव्स मैटर चलते रहता है. अमेरिका के पूर्व हुसैन ओबामा भी इस संघर्ष से गुजर चुके हैं और उन्होंने भी इन सारी दकियानूसी विचारों को तिलांजलि देते हुए राष्ट्रपति की कुर्सी हालिस की थी.
उन्होंने भी अमेरिका में मूलनिवासियों के लिए जमकर आवाज उठाई है. इसीलिए उन्होंने अपने भारत दौरे के दौरान बाबा साहेब अंबेडकर को अपना आदर्श बताते हुए उनकी जमकर तारीफ की थी. 2010 में अपने पहले भारत दौरे के दौरान संसद में अपने संबोधन में बराक ओबामा ने बाबा साहेब अंबेडकर को लेकर कुछ बातें कही थी..उसका हिंदी अनुवाद हम आपको बताते हैं…
बराक ओबामा ने क्या कहा
बराक ओबामा ने कहा, प्रत्येक व्यक्ति अपने आप को ऊपर उठा सकता है जैसे बहुजनों ने खुद को ऊपर उठाया. डॉ. अम्बेडकर जैसे दलित ने अपने दम पर खुद को ऊपर उठाया और संविधान में उन चीजों को पिरोया, जो दलितों के अधिकारों की रक्षा कर सके. समाज में प्रत्येक व्यक्ति सुरक्षा और सम्मान के साथ जीने और काम के लिए शिक्षा प्राप्त करने हेतु बराबर का हकदार है. ये बोल थे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक हुसैन ओबामा के…जिन्होंने कहा था कि अगर बाबा साहेब अमेरिका में जन्में होते तो हम उन्हें सूर्य कहते.