Sirohi Dalit Youth Murder: हाल ही में सिरोही के शिवगंज में एक युवक के अपहरण व हत्या का मामला सामने आया है. यह घटना बेहद दुखद और चिंताजनक है. जिसके बाद से मृतक के परिजनों सहित दमामी समाज के लोगों ने अस्पताल में धरना देकर शव उठाने से इंकार कर दिया. तो चलिए इस लेख में आपको पुरे मामले के बारें में बताते है.
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जानें क्या है पूरा मामला ?
हाल ही सिरोही के शिवगंज में एक गंभीर अपराध हुआ है. यहाँ एक युवक का अपहरण किया गया, उसके बाद उसकी हत्या कर दी गई. दरअसल, आपसी रंजिस के कारण 5 बदमाशों ने मिलकर एक युवक का अपहरण किया और फिर उसे लाठी-डंडों से पीट-पीटकर मार डाला. जिसके बाद मृतक के परिवार वाले शव लेने से इनकार कर रहे हैं और उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए जयपुर-अहमदाबाद हाईवे जाम करने की धमकी दी है. वही पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी आरोपियों की तलाश जारी है.
जिसके बाद समाज के लोगों की मांग थी कि सरकार मृतक के परिजनों को मुआवजे के तौर पर 50 लाख रुपए और एक परिजन को सरकारी नौकरी प्रदान करे. अतिरिक्त जिला कलेक्टर दिनेश राय सापेला का कहना है कि मृतक के परिजनों और समाज के साथ वार्ता सफल हुई. परिजनों के मांग पत्र दिया है. परिजनों को नियमानुसार सरकारी सहायता दी जाएगी. मृतक के शव को परिजनों को सुपुर्द कर दिया है. कल अंतिम संस्कार होगा.
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गर्दन और चेहरे पर मारपीट के निशान
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पुलिस ने बताया कि यह वारदात रविवार देर रात को हुई थी. हत्या का शिकार हुआ युवक शेखर दमामी शिवगंज में देर रात स्कूटी पर अपने घर जा रहा था. उसी दौरान शीतला माता चौक के पास पांच युवक दो बाइक पर सवार हो गए आए. उन्होंने शेखर को स्कूटी से गिरा दिया. बाद में शेखर को दबोचकर अपने साथ ले गए. कोई कुछ समझ पाता उससे पहले बदमाश वहां से फरार हो गए. शेखर के अपहरण की सूचना मिलते ही उसके परिजन पुलिस के पास दौड़े.
इसके अलवा पुलिस आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमें रवाना कर ही रही थी देवली रोड पर उसका शव पड़ा होने सूचना मिली. उस पर पुलिस वहां पहुंची और उसे लेकर अस्पताल पहुंची. शेखर के गर्दन और चेहरे पर मारपीट के निशान थे. अस्पताल में डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया. अपहरण के महज दो घंटे के भीतर आरोपी उसे मारकर फेंक गए. शेखर की हत्या की सूचना मिलते ही अस्पताल में लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई. पूर्व विधायक संयम लोढ़ा भी वहां पहुंचे. अस्पताल में मौजूद भीड़ के आक्रोश को देखते हुए पुलिस प्रशासन के आलाधिकारी और भारी जाब्ता वहां पहुंचा.