UP में चरम पर पहुंचा पोस्टर वार! समाजवादी पार्टी ने लगाई हनुमान जी की होर्डिंग…

Poster War, Samajwadi Party
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Samajwadi Party Poster War: हाल ही में एक बार फिर पोस्टर वार शुरू होता दिख रहा है। इस बार समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता और मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने भगवान हनुमान की जाति पर बयान देकर विपक्ष को एक और मुद्दा दे दिया है। दरअसल, मंत्री ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने अपने एक बयान में कहा था कि भगवान हनुमान राजभर जाति के हैं। जिसके बाद समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेताओं ने हनुमान जी के पोस्टर के साथ नारे लगाना शुरू कर दिया है। तो चलिए इस लेख में आपको पूरा मामला बताते हैं।

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समाजवादी पार्टी का पोस्टर वार

समाजवादी पार्टी (सपा) ने आगामी 2027 विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अपनी रणनीति तेज कर दी है और दलित मतदाताओं को लुभाने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। सपा नेता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर (Baba Saheb Bhimrao Ambedkar) को लेकर सकारात्मक बयान दे रहे हैं, जो दलित समुदाय (Dalit Community) के प्रति पार्टी के समर्थन को दर्शाता है। होर्डिंग्स और बैनरों में अंबेडकर की तस्वीरों का इस्तेमाल इस बात का संकेत है कि सपा इस वर्ग के बीच अपनी पैठ मजबूत करना चाहती है। इससे यह भी साफ होता है कि सपा अपनी चुनावी रणनीति को सामाजिक न्याय और समानता के सिद्धांतों पर आधारित करके दलित वोटों को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश कर रही है।

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सपा ने लगायी हनुमान जी की होर्डिंग्स

उत्तर प्रदेश में पोस्टर वार तेज हो गया है, खासकर जब समाजवादी पार्टी (SP) ने हनुमान जी की होर्डिंग्स लगाई हैं। इन होर्डिंग्स में हनुमान जी को लेकर सपा के नेताओं द्वारा संदेश दिए गए हैं। एक होर्डिंग में हनुमान जी को समाजवादी पार्टी के प्रतीक के तौर पर प्रस्तुत किया गया है, जिसमें उनका चित्र और पार्टी के नारे दिखाई दे रहे हैं। इस प्रकार के पोस्टर को लेकर राजनीति में तकरार शुरू हो गई है, और विपक्षी दल इसे धार्मिक भावनाओं को भड़काने की कोशिश के रूप में देख रहे हैं।

समाजवादी पार्टी ने इन पोस्टरों को अपने संगठनात्मक प्रयासों और अपनी विचारधारा को फैलाने का तरीका बताया है। हालांकि, इसके बाद से इस मुद्दे पर विवाद भी उत्पन्न हो गया है, खासकर धार्मिक प्रतीकों के राजनीतिक इस्तेमाल को लेकर। कुछ धार्मिक संगठनों और अन्य दलों ने इसकी आलोचना की है, जबकि सपा इसे अपनी रणनीति के तौर पर देख रही है। इसके अलवा यह पोस्टर वार यूपी की राजनीति में और अधिक गर्मी ला सकता है, क्योंकि धार्मिक और राजनीतिक संवेदनाओं का मिश्रण हमेशा विवाद का कारण बनता है।

अखिलेश यादव का बांसुरी वाला पोस्टर 

अब इसका नजारा वाराणसी में भी देखने को  भी मिल है, जी हां, दिल्ली विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी द्वारा आम आदमी पार्टी को समर्थन दिए जाने को लेकर वाराणसी में पोस्टर लगाए गए हैं जिसमें पार्टी के मुखिया और पूर्व सीएम अखिलेश यादव बांसुरी बजाते नजर आ रहे हैं। पोस्टर लगाने वाले सपा प्रवक्ता आलोक सौरभ पांडेय का कहना है कि अखिलेश यादव बांसुरी लेकर इंडिया गेट से निकले हैं। सही मायनों में यह देश समाजवादी विचारधारा से ही चल सकता है। दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी का कहना है कि हम यह चुनाव जीतने जा रहे हैं और इसके साथ ही मिल्लिकापुर चुनाव भी हम जीतेंगे। सपा प्रवक्ता ने कहा कि आखिर हम देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी हैं। यह साफ है कि समाजवादी विचारधारा से ही देश को चलाया जा सकता है और इसके बिना देश का विकास असंभव है।

 

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