Gurugram Dalit Attack: हाल ही में दिल्ली एनसीआर के गुरुग्राम से एक खबर आई है। यह दलित युवक की बारात पर पथराव का मामला है। जहां दबंगों ने अचानक आकर बारातियों पर पथराव करना शुरू कर दिया और जातिसूचक अपशब्दों का प्रयोग किया। बारातियों ने किसी तरह दूल्हे को सुरक्षित विवाह स्थल तक पहुंचाया। हालांकि इस पथराव में 10 बाराती घायल हो गए। तो चलिए इस लेख में आपको पूरा मामला बताते हैं।
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बदमाशों ने किया पथराव
यह विवाद गुरुग्राम के बादशाहपुर टैठड़ गांव का है जहां गांव के दबंग युवकों को दलित परिवार की बारात निकलना पसंद नहीं आई और उन्होंने दलित दूल्हे की बारात पर अचानक पथराव शुरू कर दिया। बारातियों ने किसी तरह दूल्हे को सुरक्षित विवाह स्थल तक पहुंचाया। हालांकि इस हमले में 10 बाराती घायल हो गए।
लेकिन यह घटना यह भी इशारा करती है कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जरूरत है। आरोप है कि दूल्हे को घोड़ी पर चढ़ता देख लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। घायलों में से आठ को सोहना अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि दो बारातियों को गुरुग्राम अस्पताल भेजा गया। भाणा सोहना पुलिस ने इस मामले में सवर्ण समाज के 18 महिला-पुरुषों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
36 साल पहले हुआ था ऐसा हमला
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में 1988 में भी ऐसा हमला हुआ था और अब 36 साल बाद फिर यह हमला हुआ है। दुल्हन के भाई का कहना है कि यह सोची समझी साजिश है। लोगों ने पहले से ही छत पर पत्थर रख दिए थे। इस हमले में बाराती अभिषेक, गौरव, इंद्रजीत, सीताराम, जीत सिंह, जतिन, दीपक और भूपेंद्र समेत 10 लोग घायल हो गए।
इसके अलावा करीब 20-25 बारातियों को मामूली चोटें आई हैं। शुक्रवार को अनुसूचित जाति के लोगों ने बादशाहपुर टटाहड़ के सरपंच यशपाल के नेतृत्व में सहायक पुलिस आयुक्त अभिलक्ष जोशी से मुलाकात की। उनसे भाईचारा खराब करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की गई।
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बारात में भगदड़
निमोठ थाना क्षेत्र के गांव बादशाहपुर रेठड़ निवासी रिटायर्ड सूबेदार बलबीर की बेटी हेमलता की बृहस्पतिवार को शादी थी। बलबीर अपने रिश्तेदारों के साथ बारात का इंतजार कर रहे थे। दूल्हा अरुण तावडू के गांव टैठड़ का रहने वाला है। दूल्हे के पिता धर्मपाल भी रिटायर्ड सूबेदार हैं। अरुण गांव में बुक डिपो और नागरिक सुविधा केंद्र भी चलाते हैं। तय समय पर बारात गांव टैठड़ पहुंच गई। हेमलता के भाई मांगेराम ने बताया कि घर से करीब 50 मीटर की दूरी पर डीजे और बैंड बाजे की आवाज सुनाई दे रही थी। तभी अचानक चीखने-चिल्लाने की आवाजें आने लगीं। बारात में भगदड़ मच गई। इसके अलवा दलित समुदाय का कहना है कि जल्द से जल्द इस मामले में करवाई की जाये नहीं तो पूरा दलित समुदाय एकजुट होकर बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया जायेगा।