Dalit Student Suicide in Bharatpur: हाल ही में राजस्थान के भारतपुर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जहाँ एक दलित छात्र ने होस्टल में सुसाइड कर लिया है। वही यह एक बेहद दुखद घटना है। यह घटना न केवल एक परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक गहरा घाव है। तो चलिए आपको इस लेख में पुरे मामले के बारें में बताते है।
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जानें क्या है पूरा मामला ?
हाल में राजस्थान के भारतपुर से बेहद दुखद घटना सामने आई है । जहाँ राजस्थान में एक दलित छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जी हाँ, जहां मंगलवार को भरतपुर कलेक्ट्रेट के सामने स्थित भीमराव अंबेडकर छात्रावास में एक दलित छात्र रोहित उर्फ डब्बू ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली मिली जानकारी के अनुसार मृतक छात्र बीए फाइनल का छात्र है। वह घनौली थाना क्षेत्र के दलीना गांव का रहने वाला था। जिसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई। तब मथुरा गेट थाना पुलिस मौके पर पहुंची।
मृतक रोहित के दोस्तों ने बताया कि हम उसे काफी देर से आवाज लगा रहे थे। लेकिन जब कमरे का गेट नहीं खुला और काफी देर तक जब कोई जवाब नहीं आया तो हमने झांककर देखा तो वह फंदे पर लटका हुआ था। वही रोहित के दोस्तों ने बताया कि वह कुछ समय से मानसिक रूप से परेशान था।
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हॉस्टल में रहकर करता था प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी
मौके पर पहुंची पुलिस ने उसके परिजनों को सूचना दे दी गई है। मृतक के पिता का ड्राइवर अभी छत्तीसगढ़ में है और उसके आने के बाद उसके शव को अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया गया है। जानकारी के अनुसार गहनौली थाना क्षेत्र के गांव महलपुर दाहिना निवासी राजवीर सिंह के 19 वर्षीय पुत्र रोहित ने भरतपुर जिला कलेक्ट्रेट बॉक्स ऑफिस के सामने डॉ. भीमराव अंबेडकर भवन के कमरा नंबर 13 में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्र के शव को आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है।
इसके अलवा बता दें आपको दलित समुदाय के छात्रों पर अक्सर अतिरिक्त सामाजिक दबाव होता है। उन्हें अपनी जाति के कारण कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिससे उनका मनोबल टूट सकता है। वही हॉस्टल में रहने वाले छात्र अक्सर अकेलापन महसूस करते हैं। परिवार और दोस्तों से दूर रहने के कारण उन्हें भावनात्मक समर्थन नहीं मिल पाता, जिससे वे अवसाद का शिकार हो सकते हैं।