BNS Section 40 in Hindi: भारतीय न्याय संहिता, 2023 की बीएनएस की धारा 40 के मुताबिक, अगर किसी व्यक्ति को लगता है कि उसका शरीर खतरे में है, तो वह अपना बचाव कर सकता है। यह अधिकार तब तक जारी रहता है, जब तक खतरा पूरी तरह से खत्म न हो जाए। तो चलिए आपको इस लेख में बीएनएस धारा 40 (BNS) के बारें में पुरे विस्तार से बताते है।
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धारा 40 क्या कहती है? BNS Section 40 in Hindi
बीएनएस (BNS) की धारा 40 भारतीय न्याय संहिता का एक महत्वपूर्ण प्रावधान है. धारा 40 किसी व्यक्ति की शारीरिक सुरक्षा के अधिकार से संबंधित है। यह धारा बताती है कि किसी व्यक्ति को अपनी शारीरिक सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने का अधिकार है, खासकर जब उसे किसी अपराध के प्रयास या धमकी से खतरा महसूस हो।
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धारा 40 का महत्व और उद्देश्य
बीएनएस की धारा 40 यह धारा व्यक्ति को खुद को बचाने का अधिकार देती है। वही यह धारा आत्मरक्षा में किए गए बल प्रयोग के लिए कानूनी संरक्षण प्रदान करती है। इसके अलवा यह धारा समाज में शांति और व्यवस्था बनाए रखने में मदद करती है। बीएनएस की धारा 40 एक महत्वपूर्ण कानूनी प्रावधान है जो व्यक्ति को अपनी जान और शरीर की रक्षा करने का अधिकार देता है। हालांकि, इस अधिकार का प्रयोग करते समय सावधानी बरतनी चाहिए और केवल आवश्यक बल प्रयोग किया जाना चाहिए।