Muzaffarnagar: हाल ही में उत्तरप्रदेश के जिला मुजफ्फरनगर के थाना शाहपुर क्षेत्र के गांव पलड़ी में एक दलित युवक के साथ बेरहम मारपीट का मामला सामने आया है। यह घटना न केवल एक व्यक्ति के साथ हुई हिंसा है, बल्कि यह समाज में व्याप्त जातिगत भेदभाव और असमानता की गहरी जड़ों को उजागर करती है। तो चलिए आपको इस लेख में पुरे मामले के बारे में बताते है।
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जानें क्या है पुरा मामला ?
थाना शाहपुर क्षेत्र के पलड़ी गांव में एक दलित युवक के साथ अमरूद तोड़ने की बात को लेकर विवाद होने का मामला सामने आया है, जिसके चलते विवाद शुरू हुआ और इसने हिंसक रूप ले लिया। बीच-बचाव करने आए दलित युवक कमल पर कथित तौर पर मुस्लिम समुदाय के पुरुषों और महिलाओं ने हमला कर दिया, जिससे कमल के सिर पर गंभीर चोटें आईं।
जिसके बाद पीड़ित के परिजन को पुलिस ने सूचना के आधार पर दोनों पक्षों को थाने बुलाया है और विधिक कार्रवाई की जा रही है। वही इलाके के लोगों का कहना है कि मुस्लिम समुदाय के पुरुषों और महिलाओं ने एक गरीब दलित परिवार के युवक को निशाना बनाकर उसके साथ बड़ी बेहरमी के साथ मारपीट की है। मौके पर पहुची पुलिस ने मुस्लिम आरोपियों का चालान कर दिया है। लेकिन हम चाहते हैं कि दोषियों के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
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प्रशासन से उचित कार्रवाई मांग
इस घटना से गुस्साए इलाके के लोगों ने प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग की है। गांव पलड़ी की मुस्लिम बस्ती में पंचायत बुलाकर वहां नाकाबंदी की जाएगी ताकि भविष्य में कोई जिहादी मुसलमान हिंदुओं के खिलाफ ऐसी हरकत करने की हिम्मत न कर सके। उन्होंने पुलिस प्रशासन से दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने और पीड़ित दलित परिवार को न्याय दिलाने की अपील की है।
इसके अलावा सीओ बुढ़ाना गजेंद्र पाल सिंह ने बताया कि यह विवाद अमरूद तोड़ने को लेकर शुरू हुआ था। घटना से इलाके में तनाव की स्थिति है। दलित समाज और हिंदू संगठनों ने दोषियों की गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग की है।