Bihar Election 2025: हाल ही में दिल्ली में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद दिल्ली में नई सरकार सत्ता में आई है, जिसके बाद बिहार में भी विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, जिसके लिए सभी प्रमुख पार्टियों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बीच जीतन राम मांझी 28 फरवरी को पटना में दलित समागम का आयोजन करेंगे, जिसमें लाखों लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। इसका उद्देश्य आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में दलित वोट बैंक पर पकड़ मजबूत करना है।
दलित समागम का आयोजन
हाल ही में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने बड़ा ऐलान किया है। दरअसल, जीतन राम मांझी 28 फरवरी को बिहार की राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में दलित सम्मेलन करने जा रहे हैं। इस कार्यक्रम में राज्य के सभी हिस्सों से लाखों लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) ने इस भव्य आयोजन की तैयारियां शुरू कर दी हैं। मांझी की नजर आगामी विधानसभा चुनाव में दलित वोट बैंक पर है और इस आयोजन के जरिए वह अपनी ताकत दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।
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राजद (RJD) और कांग्रेस ने कसा तंज
जिसके बाद आरजेडी प्रवक्ता ने तंज कसते हुए कहा कि चाहे जितनी भी शक्ति दिखा ली जाए, चिराग पासवान को बीजेपी का साथ मिल ही जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी चिराग पासवान का इस्तेमाल नीतीश कुमार की राजनीति को कमजोर करने के लिए कर रही है। इसके अलावा कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. स्नेहाशीष वर्धन पांडेय ने भी कहा कि मांझी का शक्ति प्रदर्शन एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर चल रही खींचतान का नतीजा है।
हाल ही में एनडीए नेताओं के साथ हुई बैठक से जिस तरह जीतन राम मांझी को बाहर रखा गया, ये उसका नतीजा है। और इसीलिए वो अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं। मांझी पर हमले किए जा रहे हैं। इससे साफ है कि एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। सभी सहयोगी दल एक दूसरे के खिलाफ सख्ती दिखा रहे हैं. इसका ताजा उदाहरण आने वाला कार्यक्रम है। इस बीच, जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि मांझी परिवार का हिस्सा हैं और उनका कार्यक्रम स्वागत योग्य है। वहीं बीजेपी प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि दलित और ओबीसी वोट एनडीए के साथ हैं और मांझी और चिराग दोनों मिलकर एनडीए को मजबूत कर रहे हैं।