पूरी दुनिया में धूम मचा रही हैं ‘चमार रैप गर्ल’ गिन्नी माही, जानें इनसे जुड़ी हर एक बात

Ginni Mahi
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ब्राह्मणवादियों ने देश के मूलनिवासियों को हमेशा से दबाया और कुचला…उनसे भेदभाव किया…उन्हें ऊपर उठने नहीं दिया..लेकिन बाबा साहेब अंबेडकर के विचारों ने मूलनिवासियों को प्रेरित किया…उन्होंने अपनी आवाज बुलंद की…अपनी हक की लड़ाई लड़ी और नतीजा यह हुआ कि अपने दम पर..अपने पैरों पर खड़े हो गए. कई मूलनिवासियों ने बाबा साहेब के विचारों को ऐसे आत्मसात किया कि आज पूरी दुनिया में उन्हें जाना जाता है…इन्हीं में से एक हैं चमार रैप गर्ल गिन्नी माही.

कौन है चमार रैप गर्ल गिन्नी माही?

जिस चमार शब्द को मनुवादियों ने गाली बना दिया..उसी चमार जाति से संबंध रखने वाली गिन्नी माही का नाम आज पूरी दुनिया में फेमस है..गिन्नी माही पेशे से एक सिंगर हैं…उन्होंने बाबा साहेब के ऊपर भी गीत लिखे हैं…आज के समय में गिन्नी माही अपने गीतों के जरिए मूलनिवासियों की आवाज को एक नयी पहचान दे रही हैं…कहा जाता है कि एक बार स्कूल में उनके क्लासमेट ने उनकी जाति के बारे में पूछा था…जिस पर गिन्नी ने बताया था कि वो चमार जाति से हैं..तब उनके क्लासमेट ने कहा कि उन्हें सावधान रहना चाहिए…यह बात गिन्नी को जोर से खटकी थी और उन्हें अपमान लगा था…अब इसी अपमान का जवाब वह अपने गानों से दे रही हैं…गिन्नी का गाना हुंदे असले तो बध डेंजर चमार यानी चमार हथियारों से भी ज्यादा खतरनाक है…काफी चर्चा में रहा था..हालांकि, गिन्नी का मानना है कि उन्हें पहचान 2016 के गाने फैन बाबा साहिब दी से मिली. उन्होंने खुद कहा था कि इस गाने से उनकी पहचान पूरी दुनिया में बनीं.

यह गाना बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर पर है, जिसमें उन्हें ‘कौम का मसीहा’ और ‘आवाज़ देने वाला’ बताया गया है. उन्हें ऐसा ‘बब्बर शेर’ बताया गया है, जिन्होंने कलम को ही तीर बना लिया और हक तथा सच के लिए लड़ाई लड़ी. गिन्नी बाबा साहेब को अपना आदर्श मानती हैं…आज गिन्नी को चमार रैप गर्ल के नाम से जाना जाता है.

फेसबुक, युट्यूब और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर गिन्नी के लाखों फॉलोवर्स हैं..1998 में जन्म लेने वाली गिन्नी माही काफी छोटी उम्र से ही गाना गा रही हैं..उन्होंने अपना पहला लाइव शो 12 साल की उम्र में किया और इसके बाद उन्होंने कई सरे मल्टी-आर्टिस्ट एल्बम मेंकम करने का मौका मिला. गिन्नी का असली नाम गुरकंवल भारती है और वह रविदासिया कम्युनिटी से आती हैं. माही ने अब तक राजनीतिक, जातिवाद विरोधी औऱ बाबा साहेब अंबेडकर पर ही गानें बनाए हैं..

इसके अलावा गिन्नी ने रविदासिया कम्युनिटी पर भी गाना बनाया है…उनके पहले दो एल्बम गुरु दी दीवानी और गुरुपुरब है कांशी वाले दा भक्ति भजन थे. वहीं, बाबा साहेब पर आधारित गीतों में फैन बाबा साहिब दी के अलावा 2016 में रिलीज हुआ गाना हक और 2018 में रिलीज हुआ गाना राज बाबा साहिब दा काफी पॉपुलर हुआ.

गिन्नी माही आज के समय में हर अंबेडकरवादी के दिलों में समाई हुई हैं…भारत के बाहर कनाडा, ग्रीस, इटली, जर्मनी और यूनाइडेट किंगडम में भी कई कॉन्सर्ट किए हैं और अपने इन गानों के जरिये गिन्नी भारतीय समाज में जातिगतग भेदभाव, हिंसा और शोषण का सामना कर रहे उन लाखों करोड़ों लोगों की बात को दुनिया के सामने रख रही है जिन्होंने जाति के आधार पर हिंसा झेली है.

मूलनिवासियों की चहेती गिन्नी माही को लेकर आप क्या सोचते हैं .

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