Tamil Nadu Crime News: दलितों पर अत्याचार, दलितों के साथ भेदभाव, कभी उन्हें साथ में पढ़ने नहीं दिया जाता तो कभी स्कूल-ऑफिस में उन्हें परेशान किया जाता है, जी हां ऐसा ही एक मामला फिर सामने आया है जहां तमिलनाडु के तूतीकोरिन जिले में स्कूल में कबड्डी मैच जीतने पर 17 वर्षीय दलित छात्र पर हमला किया गया। तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में बताते है।
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जानें क्या है पूरा मामला ?
जातिवाद का घिनौना चेहरा एक बार फिर दिखा, जी हां तमिलनाडु के तूतीकोरिन जिले के श्रीवैकुंटम क्षेत्र में तीन लोगों ने एक 17 वर्षीय दलित छात्र पर बस स्टॉप के निकट हमला किया, पुलिस ने मंगलवार को जानकारी दी। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित दलित समुदाय से संबंधित था और अरियानायगपुरम गांव का निवासी था, जो श्रीवैकुंटम के पास स्थित है। इस घटना में उसे पास के गांव से आए दबंग जाति के तीन युवकों द्वारा निशाना बनाया गया।
पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए हुए बताया कि, “देवंधीरा राज नामक कक्षा 11 का लड़का, जो बस से स्कूल जा रहा था, को कट्टारीमंगलम के पास चलती बस से बाहर धकेल दिया गया और तीन लोगों ने उस पर दरांती से हमला कर दिया और फिर मौके से भाग गए। घटना में लड़का गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे प्राथमिक उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया।” जिसके बाद पीड़िता के पिता ने स्थानीय थाने में जाकर आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और पुलिस ने आश्वासन दिया कि आरोपी को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
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पुलिस हिरासत में आरोपी
वही पिता की शिकायत के आधार पर श्रीवैकुंठम पुलिस ने धारा 296 (बी), 109 (2), 351 (3) बीएनएस आर डब्ल्यू 3 (1) (आर), 3 (1) (एस), 3 (2) (वी) एससी/एसटी पीओए अधिनियम 1989 के तहत मामला दर्ज किया है। जिसके बाद पुलिस जांच में पता चला कि हमलावरों में से एक की पहचान लक्ष्मणन (19) के रूप में हुई है।
उसके साथ दो अन्य युवक भी थे। लक्ष्मणन को गिरफ्तार कर लिया गया और दो अन्य को हिरासत में ले लिया गया। घटना के बाद छात्र के पिता ने अपने बेटे को प्राथमिक उपचार के लिए श्रीवैकुंठम सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। 17 वर्षीय छात्र को फिलहाल आगे के इलाज के लिए तिरुनेलवेली सरकारी कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हमला बदले की भावना से किया गया
विदुथलाई चिरुथईगल काची (वीसीके) के प्रमुख एमपी थिरुमावलवन ने हाल की घटना की निंदा की है और तमिलनाडु सरकार से दलितों पर जाति आधारित हमलों को रोकने के लिए निर्णायक कार्रवाई करने का आह्वान किया है, खासकर दक्षिणी तमिलनाडु में। थिरुमावलवन ने दावा किया कि दलित लड़के पर हमला वर्चस्वशाली जाति के युवकों द्वारा बदला लेने का नतीजा था।
इसके अलवा थिरुमावलवन ने एक बयान में कहा कि, “घटना से कुछ दिन पहले, देवंधीरा राजन और उसके दोस्तों ने अरियानायागपुरम गांव का प्रतिनिधित्व करते हुए कट्टियामलपुरम गांव को हराकर कबड्डी टूर्नामेंट जीता था। उन्होंने ट्रॉफी के साथ अपनी जीत का जश्न मनाया, लेकिन हार को स्वीकार करने में असमर्थ, उंच जाति के युवकों ने बदला लेने के लिए राजन और उसके दोस्तों पर हमला किया,”।