BNS Section 82 in Hindi: भारतीय न्यायिक संहिता (बीएनएस) की धारा 82 द्विविवाह से संबंधित है। यह धारा उन लोगों पर लागू होती है जो पहले से शादीशुदा होने के बावजूद दूसरी शादी करते हैं। इस धारा के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति अपने जीवनसाथी के जीवित रहते हुए दूसरी शादी करता है, तो उसे सात साल तक की कैद और जुर्माने की सज़ा हो सकती है। तो चलिए आपको इस लेख में BNS की धारा 82 के बारे में विस्तार से बताते है।
Also Read: क्या कहती है BNS की धारा 78,जानें महत्वपूर्ण बातें
धारा 82 क्या कहती है? BNS Section 82 in Hindi
भारतीय न्यायिक संहिता बीएनएस (BNS) की धारा 82 (1) पति या पत्नी के जीवित रहते हुए पुनर्विवाह से संबंधित है और इस अपराध के लिए सजा का प्रावधान है, जिसमें सात वर्ष तक का कारावास और जुर्माना शामिल है।
बीएनएस की धारा 82 (2) – इस उपधारा के अनुसार अगर कोई किसी दूसरे व्यक्ति से शादी करता है और उस शादी से पहले की गई शादी की जानकारी छिपाता है तो उस व्यक्ति के खिलाफ धारा 82 (2) के तहत कार्रवाई की जाती है। इसमें दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति को 82 (1) में दी गई सजा से ज्यादा सजा दी जा सकती है।
बीएनएस (BNS) धारा 82 की महत्वपूर्ण बाते
यदि कोई व्यक्ति, अपने पति या पत्नी के जीवित होते हुए, किसी अन्य व्यक्ति से विवाह करता है, और यह विवाह प्रथम विवाह के कारण शून्य हो जाता है, तो वह भारतीय दंड संहिता की धारा 82 के अंतर्गत अपराध करता है।
- यह धारा केवल उन लोगों पर लागू होती है जो पहले से ही विवाहित हैं।
- दूसरी शादी करने वाले व्यक्ति को यह पता होना चाहिए कि उसकी पहली शादी अभी भी वैध है।
- अगर दूसरी शादी इस इरादे से की जाती है कि पहली शादी अमान्य है, तो सज़ा ज़्यादा कठोर होगी।
Also Read: क्या कहती है BNS की धारा 79,जानें महत्वपूर्ण बातें
बीएनएस धारा 82 के उदाहरण
उदाहरण 1 – मान लीजिए रमेश पहले से ही सीमा से विवाहित है। फिर, वह नेहा नाम की दूसरी महिला से विवाह करता है, जबकि सीमा अभी भी जीवित है और उनके बीच कोई तलाक नहीं हुआ है। इस मामले में, रमेश ने बीएनएस धारा 82 का उल्लंघन किया है और उसे द्विविवाह के लिए दंडित किया जा सकता है।
उदाहरण 2 – एक व्यक्ति, जो पहले से ही विवाहित है, जानबूझकर किसी अन्य व्यक्ति को अपनी पहली शादी के बारे में नहीं बताता है और उससे विवाह करता है। यहां, उसने न केवल द्विविवाह किया है, बल्कि अपनी पहली शादी को छिपाकर दूसरे व्यक्ति को धोखा भी दिया है। इस मामले में उसे बीएनएस धारा 82(2) के तहत दोषी पाया जाएगा।
जानिए बीएनएस धारा 82 सजा का प्रावधान
बीएनएस धारा 82 के तहत मिलाने वाली सजा कुछ इस तरह से है कि यदि कोई व्यक्ति, जिसका जीवनसाथी जीवित है, तलाक के बिना दूसरी शादी करता है, तो उसे 7 साल तक की कैद और जुर्माना हो सकता है।
इसके अलवा यदि कोई व्यक्ति जानबूझकर दूसरी शादी के समय अपनी पहली शादी के बारे में जानकारी छिपाता है, तो उसे 10 साल तक की कैद और जुर्माना हो सकता है। संक्षेप में, बीएनएस की धारा 82 के तहत द्विविवाह के लिए 7 से 10 साल तक की कैद हो सकती है, जो किए गए अपराध के प्रकार पर निर्भर करता है।