डॉ अंबेडकर की ये डिग्री आज तक कोई हासिल नहीं कर पाया

Ambedkar .
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जिस दौर में दलितों को बोलने की आजादी नहीं थी, रहने की आजादी नहीं थी…पढ़ने की आजादी नहीं थी…हर ओर मनुवादियों का प्रकोप था और दलित समाज अपने आत्मसम्मान की लड़ाई की आग सीने में दबाकर बैठा था…उसी दौर में एक ऐसा दलित महामानव सामने आया, जिसने न सिर्फ शिक्षा के लिए हुंकार भरी बल्कि दलितों में इतना जोश भर दिया कि वे अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने में जुट गए. दूसरी ओर इस दलित महामानव ने इतनी पढ़ाई की, इतनी डिग्रियां हासिल की, इतनी भाषाओं में ज्ञान अर्जित किया, जिसके बारे में एक सामान्य व्यक्ति सोच भी नहीं सकता है…ये महामानव कोई और नहीं बल्कि बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर थे, जिन्होंने अलग अलग क्षेत्रों में 32 डिग्रियां हासिल की…उन 32 में से 1 डिग्री ऐसी भी है, जो आज तक कोई भी हासिल नहीं कर पाया है.

बाबा साहिब के पास कितनी डिग्री

भीमराव अंबेडकर के लिए शुरुआती शिक्षा आसान नहीं थी। दलित समुदाय से होने के कारण उन्हें हर जगह भेदभाव का सामना करना पड़ा लेकिन भेदभाव के बीच उन्होंने दृढ़ निश्चय किया कि वे इस भेदभाव को ही समाज से हमेशा के लिए खत्म कर देंगे। रिपोर्ट्स के अनुसार, 1894 के आसपास, उनके पिता सेवानिवृत्त हो गए और दो साल बाद परिवार सतारा चला गया। थोड़े समय बाद उनकी माँ की मृत्यु हो गई। उनका परिवार 1897 में मुंबई चला गया, जहाँ उनका दाखिला एलफिंस्टन हाई स्कूल में हुआ और वे अपने समुदाय से वहाँ दाखिला लेने वाले एकमात्र व्यक्ति थे।

उन्होंने 1907 के आसपास मैट्रिक की परीक्षा पास की और अगले वर्ष, उन्होंने एलफिंस्टन कॉलेज में दाखिला लिया। यह बॉम्बे विश्वविद्यालय से संबद्ध था। वे ऐसा करने वाले महार जाति के पहले व्यक्ति थे। उन्होंने 1912 में बॉम्बे विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान में डिग्री हासिल की। इसके बाद डॉ.भीमराव अंबेडकर ने वर्ष 1915 में कोलंबिया विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में एम.ए की डिग्री प्राप्त की और 1917 में पीएचडी की उपाधि प्राप्त कर ली। आपको बता दें कि उन्होंने ‘नेशनल डेवलपमेंट फॉर इंडिया एंड एनालिटिकल स्टडी’ विषय पर शोध किया था। उन्होंने वर्ष 1917 में लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में प्रवेश लिया था लेकिन संसाधनों की कमी के कारण वे अपनी शिक्षा पूरी नहीं कर सके।

कुछ समय बाद वे लंदन चले गए और ‘लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स’ से अपनी अधूरी पढ़ाई पूरी की। इसके साथ ही उन्होंने एमएससी और बार एट लॉ की डिग्री भी हासिल की। साथ ही उन्होंने अर्थशास्त्र की डॉक्टरेट थीसिस पर काम करना शुरू किया।

9 भाषाओं के जानकार बाबा साहिब

अब बात करते हैं उस डिग्री की जो सिर्फ़ बाबा साहेब के पास है। खबरों के मुताबिक भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर के पास 32 डिग्रियां थीं और वे 9 भाषाओं के अच्छे जानकार थे। उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में 8 साल की पढ़ाई सिर्फ़ 2 साल 3 महीने में पूरी कर ली थी। बाबा साहेब को लेकर ये दावा किया जाता है कि वे भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के पहले और एकमात्र व्यक्ति हैं, जिन्हें लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से ‘डॉक्टर ऑफ ऑल साइंसेज’ नामक दुर्लभ डॉक्टरेट की डिग्री मिली है। कई बुद्धिमान छात्रों ने इसके लिए प्रयास किया लेकिन वे अब तक सफल नहीं हो पाए हैं।

 

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