Seelampur news: हाल ही में दिल्ली के सीलमपुर से एक चौंकाने वाली खबर आई है, जहां 17 वर्षीय दलित युवक कुणाल की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई। यह घटना उस समय हुई जब वह घर से दूध लेने निकला था। कुछ लोगों ने उसे घेर लिया और चाकुओं से उस पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में बताते है।
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जानें क्या है पूरा मामला?
दिल्ली के सीलमपुर में नाबालिग की हत्या के बाद लोगों में दहशत है। हिंदुओं के पलायन की चर्चा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। वहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। परिवार के लोग और स्थानीय लोग न्याय की मांग को लेकर सड़क जाम कर प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस घटना के बाद क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है और स्थानीय निवासियों में गहरा आक्रोश देखने को मिला है। लोगों ने न्याय की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया और जोरदार नारेबाजी की। कुछ व्यक्तियों ने अपने घरों के बाहर “यह मकान बिकाऊ है” तथा “हिंदुओं का पलायन” जैसे पोस्टर भी लगा दिए हैं, जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रेखा गुप्ता से सहायता का अनुरोध किया गया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्हें अब यहां रहने में भय हो रहा है, क्योंकि एक विशेष समुदाय के लोग अक्सर गुंडागर्दी और हत्या की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। उनका दावा है कि पिछले दस वर्षों में सात हत्याएं हो चुकी हैं और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं बढ़ रही हैं।
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आरोपियों को मिले मौत की सजा
पुलिस ने मृतक की पहचान कुणाल के रूप में की है और मामले की जांच कर रही है। अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयान के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। कुणाल अपने परिवार के साथ सीलमपुर के जे ब्लॉक में रहता था। परिवार में पिता, मां, तीन भाई और एक बहन हैं। उसकी मां का कहना है कि उनके बेटे की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि इलाके में कई बांग्लादेशी किराए पर रहते हैं जो इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने में लगे हुए हैं। उनका यह भी कहना है कि लड़कियों का खुलेआम हाथ पकड़ा जाता है और इस डर के कारण इलाके में अब केवल 3 हिंदू परिवार बचे हैं, बाकी सब जा चुके हैं। इस घटना के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।