Top 10 Dalit Icons of India: ये हैं भारत के 10 सबसे मशहूर दलित आइकॉन, जिन्होंने रचा इतिहास

Br. ambedkar, Baba Shaheb
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Dalit icons of India – भारत के इतिहास में कई दलित आइकॉन  हुए हैं जिन्होंने वीरता, न्याय और सामाजिक उत्थान के अपने कार्यों से अमिट छाप छोड़ी है। दुर्भाग्य से इनमें से कई महान व्यक्तित्व इतिहास के पन्नों में फीके पड़ गए हैं। तो चलिए आपको इस लेख में भारत के 10 दलित आइकन के बारे में बताते  हैं जिनके योगदान और संघर्ष को हर भारतीय को जानना चाहिए….ताकि हम उनके योगदान को समझ सकें और उनसे प्रेरणा ले सकें।

भारत के 10 दलित आइकन – 10 Dalit icons of India

1. बी.आर अम्बेडकर (B.R Ambedkar) –  “भारतीय संविधान के जनक” अम्बेडकर एक वकील, अर्थशास्त्री और समाज सुधारक थे जिन्होंने जातिगत भेदभाव के खिलाफ अथक अभियान चलाया और दलितों के अधिकारों की वकालत की।

2. ज्योतिराव फुले (Jyotirao Phule) –  महाराष्ट्र के एक समाज सुधारक और जाति-विरोधी कार्यकर्ता, फुले ने भारत में लड़कियों के लिए पहला स्कूल स्थापित किया और ब्राह्मणवादी प्रभुत्व को चुनौती देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

3. कांशीराम (Kanshi ram) –  बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के संस्थापक, कांशीराम एक प्रमुख दलित नेता थे जिन्होंने हाशिए के समुदायों के अधिकारों की वकालत की और भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

4. सावित्रीबाई फुले (Savitribai Phule) –भारत की पहली महिला स्कूल शिक्षिका और एक समाज सुधारक, सावित्रीबाई फुले ने अपने पति ज्योतिराव फुले के साथ मिलकर महिलाओं और दलितों के लिए शिक्षा और समानता को बढ़ावा देने के लिए काम किया।

5. रामानंद (Ramanand) – एक समाज सुधारक, कवि और दार्शनिक, रामानंद भक्ति आंदोलन में एक प्रमुख व्यक्ति थे और उन्होंने अधिक समावेशी और समतावादी समाज की वकालत की।

6. जगजीवन राम (Jagjivan Ram)

एक दलित नेता और राजनीतिज्ञ, जगजीवन राम ने भारत के उप प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया और वे सामाजिक न्याय और दलितों के उत्थान के प्रबल समर्थक थे।

7. सुंदरलाल बहुगुणा (Sunderlal Bahuguna) – एक प्रमुख पर्यावरण कार्यकर्ता और स्वतंत्रता सेनानी, बहुगुणा चिपको आंदोलन में एक प्रमुख व्यक्ति थे, जिसका उद्देश्य वनों की रक्षा करना और सतत विकास को बढ़ावा देना था।

8. बामा (बामा फ्रांसिस) (Bama (Bama Francis) – एक दलित लेखक और कार्यकर्ता, बामा के लेखन दलित जीवन और संघर्षों पर एक शक्तिशाली और व्यक्तिगत दृष्टिकोण प्रदान करते हैं।

9. महाश्वेता देवी (Mahasweta Devi) – एक प्रसिद्ध लेखिका और कार्यकर्ता, देवी का काम हाशिए के समुदायों के जीवन की खोज करता है और भारतीय समाज के बारे में प्रमुख कथाओं को चुनौती देता है।

10. पेरियार ई.वी. रामासामी (Periyar E.V. Ramasamy) – एक प्रमुख समाज सुधारक और जाति-विरोधी नेता, पेरियार ने द्रविड़ आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और तमिलनाडु में सामाजिक न्याय और दलितों के अधिकारों की वकालत की।

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