14 अक्टूबर 1956 को डॉ. भीमराव आंबेडकर ने नागपुर की दीक्षाभूमि में औपचारिक रूप से बौद्ध धर्म स्वीकार कर लिया। उसी दिन हिंदू धर्म में […]
Category: बहुजन नेता
कांशीराम को उनके परिवार से क्यों नहीं मिलने देती थीं मायावती
मान्यवर कांशीराम जी ने एक लडकी को देखा जो ‘हरिजन’ शब्द के इस्तेमाल पर आपत्ति जता रही थी, उस समय कांशीराम जी ने उस लडकी […]
कांशीराम के वे नारे, जिसने दलितों को उनकी पहचान दिलाई
घर पर मां इंतजार करती रही लेकिन वह नहीं आए…उन्होंने काफी कम उम्र में अपना घर त्याग दिया…चुनौती स्वीकार की और निकल पड़े बहुजनों का […]
क्या INDIA गठबंधन के साथ जाएंगे चंद्रशेखर ?
भाई चंद्रशेखर की जीत ने हम दलितों के आत्मविश्वास को सांतवें आसमान पर पहुंचाने का काम किया है…चंद्रशेखर दलित राजनीति के नये सितार बनकर उभरे […]
चंद्रशेखर को ज़हर देने वाला कौन ? गोली मारने वाला कौन ? चन्द्रशेखर की ज़िंदगी का काला दिन जो वो भूल नही पा रहे ?
भारत के दलितों ने दलित राजनीति करने वाले तमाम नेताओं को देखा है…कुछ नेताओं ने सिर्फ वोट लेने के लिए दलितों का इस्तेमाल किया…कुछ नेताओं […]
जानिए क्या था चमचा युग जो दलितों को ले गया 100 साल पीछे
जब कांशीराम ने ‘जगजीवन राम’ और ‘रामविलास पासवान’ को बताया था ‘चमचा’ क्या आप जानते हैं चमचा युग क्या था ? चमचा युग ने दलितों […]
एक गलती और हमेशा के लिए कुर्सी से दूर हो गए राजस्थान के एकमात्र दलित सीएम
1980 के दशक में कांग्रेस एक के बाद एक राज्यों में बढ़त हासिल कर रही थी। मई 1980 में राजस्थान विधानसभा चुनाव हुए। संजय गांधी […]
देश के पहले दलित मुख्यमंत्री, मौत के बाद परिवार के पास श्राद्ध के पैसे तक नहीं थे
एक ऐसा मुख्यमंत्री जिसे लोग उसकी इमानदारी के लिए याद करते हैं. जिसके बारे में लोग अपने बच्चों को बताते हुए आज भी कहते हैं […]
आजादी के बाद संवैधानिक पदों पर रहने वाले 5 दलित नेता
दलितों के हित की Fight से कुछ सदी पहले ही आरंभ हो गई थी. अंग्रेजों के समय में लोगों का ध्यान प्रमुखता से इस ओर […]