Rajasthan: हाल ही में उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र के एक युवक ने हिंडौन से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक 20 वर्षीय दलित युवती को पहले दोस्ती के जाल में फंसाया गया, फिर उससे मीठी-मीठी बातें करके उसे अपने वश में किया गया। इस घटना ने राजस्थान से लेकर उत्तर प्रदेश तक सनसनी फैला दी है। तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में बताते है।
मीठी-मीठी बातें करके उसे अपने वश में किया
दरअसल, उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र के एक युवक ने हिंडौन की 20 वर्षीय दलित युवती से दोस्ती की। कुछ दिन बाद ही दोनों पक्ष युवती को बहला-फुसलाकर अपने साथ भगा ले गए। जिस के बाद युवती के पिता ने हिंडौन के मठिया में सत्यनारायण रिपोर्ट दर्ज कराई है। वही इस मामले को लेकर भीम आर्मी के प्रभारी महासचिव रिंकू कुमार जाटव ने रविवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली और पुलिस व प्रशासन से युवती को जल्द बरामद करने व आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हिण्डौन कोतवाली क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति ने 23 मार्च को कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी 20 वर्षीय पुत्री बीए प्रथम वर्ष की छात्रा है, जिसे पढ़ाई के लिए उसने एक मोबाइल खरीद रखा था। मोबाइल में दो अलग-अलग नंबरों के सिम कार्ड लगे हुए हैं। रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि सहारनपुर निवासी युवक अरबाज पुत्र मुकर्रम उसकी पुत्री से इंस्टाग्राम पर बातचीत करने लगा और धीरे-धीरे उसे अपने जाल में फंसा लिया।
देर शाम तक घर नहीं लौटी
शिकायत में युवती के पिता ने बताया कि 22 मार्च को उसकी पुत्री कॉलेज जाने का कहकर घर से निकली, लेकिन शाम तक घर नहीं लौटी। इस पर उसने परिचितों, रिश्तेदारों आदि से पूछा तो सभी ने कहा कि लड़की नहीं आई। साथ ही मोबाइल पर भी उसकी युवती से बात नहीं हो सकी। युवती के पिता ने बताया कि उसने अगले दिन 23 मार्च को अरबाज को फोन किया तो उसके पिता मुकर्रम से बात हुई, जिसने कहा कि उसका बेटा अरबाज युवती को लेकर आया है। मिलते ही वह उसे वापस भेज देगा।
पीड़िता की मां का रो-रोकर बुरा हाल
छात्रा की मां ने बताया कि उनकी बेटी पढ़ाई में होशियार है। उसे गार्गी पुरस्कार भी मिला था। वह सीनियर हायर सेकेंडरी 85 प्रतिशत अंकों के साथ पास हुई थी। इसीलिए उसके पिता ने उसे ऑनलाइन पढ़ाई के लिए मोबाइल खरीद कर दिया था। छात्रा की मां ने बताया कि उसे नहीं पता था कि इंस्टाग्राम पर युवक उसकी बेटी को अपने जाल में फंसा लेगा, इसलिए वह उसे कभी मोबाइल खरीद कर नहीं देती। फिलहाल थाने में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी छात्रा का कोई सुराग नहीं लगने से छात्रा के माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है।
थाना प्रभारी कोतवाली हिंडौन सुन्नीलाल ने बताया कि थाने में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने आवश्यक जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने मोबाइल नंबर के आधार पर युवक का पता ट्रेस कर लिया है। उसी आधार पर पुलिस की एक टीम सहारनपुर भेजी गई है।आपको बता दें, यह घटना समाज में दलितों के खिलाफ होने वाले अपराधों की गंभीरता को दर्शाती है। यह याद दिलाता है कि हमें जाति-आधारित भेदभाव और हिंसा के खिलाफ लगातार प्रयास करने की आवश्यकता है।