Alka Lamba: देश में महिला सुरक्षा को लेकर लंबे समय से सवाल उठ रहे हैं। बीजेपी शासित राज्यों में हालात पहले की अपेक्षा अब काफी बुरे हो चुके हैं। तमाम मीडिया रिपोर्ट्स और विपक्षी पार्टियों की ओर से लगातार ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं। हाल ही में केंद्रीय मंत्री खडसे की बेटी के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया था, जिसमें पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता पर भी सवाल उठे थे। घटना के कई दिनों बाद इस मामले पर एफआईआर दर्ज हुई। अब इसी मसले को लेकर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष की अलका लांबा ने भाजपा सरकार पर गंभीर सवाल उठाए हैं। तो चलिए आपको इस लेख में पुरे मामले के बारे में बताते है।
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प्रेस कांफ्रेस में क्या कहा अलका लांबा ने
बीते दिन मंगलवार को प्रेस कांफ्रेस के दौरान अलका लांबा ने मोदी सरकार को निशाने पर लिया और महिला सुरक्षा पर कई गंभीर सवाल पूछ लिए। उन्होंने कहा, महाराष्ट्र में केंद्रीय मंत्री रक्षा खडसे की बेटी और उसके दोस्तों के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। एफआईआर (FIR) के बाद पता चला है कि छेड़छाड़ करने वाला पूर्व भाजपा पार्षद पीयूष मोरे है।
अलका लांबा ने दावा किया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और भाजपा के अन्य शीर्ष नेताओं के साथ मोरे की तस्वीरें हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर केंद्रीय मंत्री को न्याय नहीं मिलता है तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और अपनी बेटी के साथ-साथ ऐसी कई अन्य बेटियों के लिए लड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाएगा, लेकिन बेटियों के खिलाफ अपराधों का क्या? पुणे में 19 साल की लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया, घटना का वीडियो बनाया गया, लेकिन मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई।
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बीजेपी पर साधा निशाना
वही बीते दिन कांग्रेस पार्टी कि महिला अध्यक्ष अलका लम्बा ने बीजेपी पर हमला करते हुए दावा किया की गुजरात में पिछले 9 सालों में बेटियों के खिलाफ अपराध के 17 हजार मामले सामने आए हैं। हर महीने करीब 200 बेटियां न्याय के लिए वहां पहुंचती हैं। कुछ अन्य घटनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि देश में भाजपा का ‘डबल इंजन’ बेटियों के लिए अभिशाप साबित हो रहा है।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि गुजरात में दलित महिला से दुष्कर्म के मामले में हाईकोर्ट के आदेश पर भाजपा विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। इससे पता चलता है कि पुलिस बेटियों के साथ नहीं बल्कि अपराधियों के साथ खड़ी है। नरेंद्र मोदी बड़े-बड़े दावे करते हैं, लेकिन सच्चाई पूरे देश के सामने है।
भाजपा विधायक के खिलाफ एफआईआर
दरअसल, गुजरात में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक पर दलित महिला के साथ कथित तौर पर बलात्कार और धमकी देने का आरोप लगाया था। वही इस मामले को लेकर गुजरात उच्च न्यायालय ने विधायक गजेंद्र सिंह परमार के खिलाफ पीड़ित महिला की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज न करने पर गुजरात पुलिस से सवाल उठाया था।
इसके बाद महिला ने 2021 में हाईकोर्ट का रुख किया और पुलिस को विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश देने का अनुरोध किया था। जिसके बाद गांधीनगर स्थित सेक्टर 21 के पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 376 (बलात्कार के लिए दंड) और 506 (आपराधिक धमकी के लिए दंड) के तहत एक मामला दर्ज हुआ है।