Ambedkar statue removal case: कई बार राजनीतिक, सामाजिक या धार्मिक कारणों से मूर्तियों को हटाने की कोशिश की जाती है, और इसके बाद आमतौर पर हिंसा, विरोध प्रदर्शन या कानूनी कार्रवाइयों का सामना करना पड़ता है। वही इस बार भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। जी हाँ, अलीगढ़ जिले में भीमराव अंबेडकर की मूर्ति हटाने पर विवाद शुरू हो गया है। तो चलिए आपको इस लेख में पुरे मामले के बारे में बताते है।
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जानें क्या है पूरा मामला?
भारत में अंबेडकर मूर्ति हटाने का मामला कई बार चर्चा में रहा है। बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्तियां देशभर में सम्मान और श्रद्धा का प्रतीक मानी जाती हैं, और इन मूर्तियों को हटाने की घटनाएं अक्सर विवादों का कारण बनती हैं। वही अब एक फिर ऐसा ही मामला सामने आया है दरअसल, 25 जनवरी को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के रोरावर थाना क्षेत्र के भीमपुर गांव में जाटव समुदाय ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति हटाने के लिए पुलिस कार्यालय और इसके कारण उत्पन्न तनावपूर्ण स्थिति उत्तर प्रदेश की असफल और पक्षपाती कानून व्यवस्था का कड़वा सच उजागर करती है।
सभी समुदायों के अधिकारों और भावनाओं का सम्मान सुनिश्चित करना कानून और प्रशासन की जिम्मेदारी है। ऐसे मामलों में पुलिस और प्रशासन के कर्मचारियों और सहायकों की अत्यधिक आवश्यकता होती है। सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए और समुदाय के सभी अनुयायियों के साथ उचित व्यवहार सुनिश्चित करना चाहिए, ताकि राज्य में शांति और सद्भाव बना रहे।
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भीम आर्मी प्रमुख चन्द्र शेखर ने क्या कहा
भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद, एक प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता हैं जो दलितों, खासकर अंबेडकरवादी आंदोलन के समर्थकों, के अधिकारों के लिए संघर्ष करते हैं। उनका उद्देश्य समाज में समानता लाना और दलितों की सामाजिक स्थिति में सुधार करना है। वही अब उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए उत्तर प्रदेश के जिले अलीगढ़ के रोरावर थाना क्षेत्र के गांव भीमपुर में डॉ. भीमराव आंबेडकर की मूर्ति को हटाए के विवाद पर विपक्षी पार्टीयो पर तीखा हमला बोला है।
उत्तर प्रदेश के जिले अलीगढ़ के रोरावर थाना क्षेत्र के गांव भीमपुर में 25 जनवरी को जाटव समाज द्वारा स्थापित डॉ. भीमराव आंबेडकर की मूर्ति को हटाने के लिए पुलिस का पहुंचना और इसके कारण उत्पन्न तनावपूर्ण स्थिति उत्तर प्रदेश की असफल और पक्षपाती कानून व्यवस्था का कड़वा सच उजागर करती…
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) January 28, 2025