ASP Protest: दलित उत्पीड़न मामलों पर भीम आर्मी का प्रदर्शन समाप्त, ASP ने दिया कार्रवाई का भरोसा!

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ASP Protest: हाल ही में हिंडौन सिटी में दलित उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं को लेकर भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी द्वारा चलाया जा रहा धरना मंगलवार को समाप्त हो गया। एडिशनल एसपी सत्येंद्र पाल सिंह के आश्वासन पर दोनों संगठनों ने धरना खत्म करने का निर्णय लिया। तो चलिए आपको इस लेख में पुरे मामले के बारे बताते है।

जानें क्या है पूरा मामला ?

बीते दिन दलित उत्पीड़न को लेकर धरना एएसपी के आश्वासन पर समाप्त हुआ। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दलित समुदाय भीम आर्मी  के कुछ लोगों ने हिंडौन सिटी में में दलित उत्पीड़न के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि दलित उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं को लेकर कड़े नियम लेने जरुरी है।

धरना प्रदर्शनकारियों ने एएसपी सत्येन्द्र सिंह पाल से मुलाकात की और उन्हें अपनी सारी परेशानी  बताईं। एएसपी ने उन्हें आश्वासन दिया कि पुलिस मामले की जांच करेगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। जिसके बाद एएसपी के आश्वासन के बाद धरना प्रदर्शनकारियों ने धरना समाप्त कर दिया।

बता दें भीम आर्मी एक ऐसा संगठन है जो भारत में दलितों के अधिकारों के लिए काम करता है। यह संगठन दलितों के खिलाफ होने वाले अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाता है और उन्हें न्याय दिलाने के लिए संघर्ष करता है।

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दलित उत्पीड़न

दलित उत्पीड़न भारत में एक गंभीर समस्या है। दलितों को आज भी समाज में कई तरह के भेदभाव और अत्याचारों का सामना करना पड़ता है। उन्हें शिक्षा, रोजगार और अन्य अवसरों से वंचित रखा जाता है।

भीम आर्मी दलितों को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करने और उन्हें एकजुट करने का काम करता है। यह संगठन दलितों को कानूनी सहायता भी प्रदान करता है। भीम आर्मी के प्रयासों के कारण दलितों में आत्मविश्वास बढ़ा है और वे अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने लगे हैं। हालांकि, दलित उत्पीड़न की समस्या अभी भी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है। इस समस्या को खत्म करने के लिए सरकार और समाज दोनों को मिलकर काम करना होगा।

भीम आर्मी के उद्देश्य

  • दलितों को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करना।
  • दलितों के खिलाफ होने वाले अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाना।
  • दलितों को न्याय दिलाना।
  • दलितों को शिक्षा, रोजगार और अन्य अवसरों तक पहुंच प्रदान करना।
  • दलितों को एकजुट करना और उन्हें सशक्त बनाना।

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