Aurangabad: बिहार के औरंगाबाद में कार की चपेट में आने से दलित छात्रा की मौत के मामले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सक्रिय हो गया है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने वीडियो कॉल पर पीड़ित परिवार से बात की और उन्हें न्याय का भरोसा दिलाया। राजद ने मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की है और पुलिस को कार्रवाई के लिए एक हफ्ते का समय दिया है। तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में बताते है।
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जानें क्या है पूरा मामला ?
हाल ही में औरंगाबाद में एक दुखद घटना घटी है। यहाँ लोजपा नेता के बेटे पर 13 साल की दलित लड़की को कार से कुचलकर मारने का आरोप है। लड़की होली खेल रही थी। परिजनों का कहना है कि यह हत्या है, जबकि दूसरा पक्ष इसे हादसा बता रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना औरंगाबाद शहर के वार्ड-29 की दलित बस्ती में हुई।
दरअसल, होली के दिन 13 साल की कोमल कुमारी अपनी सहेलियों के साथ खेल रही थी। तभी लोजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष मनोज सिंह, उनके बेटे रंजय कुमार उर्फ सन्नी और विनोद सिंह वहां आए। आरोप है कि उन्होंने लड़कियों को जातिसूचक गालियां दीं। इसके बाद रंजय ने अपनी स्विफ्ट डिजायर कार से कोमल को कुचल दिया। वही मौके पर परिजन आनन-फानन में घायल कोमल को इलाज के लिए सदर अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सकों द्वारा इलाज किया गया। हालांकि गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने कोमल को रेफर कर दिया। इसके बाद परिजन कोमल को बेहतर इलाज के लिए पटना ले जा रहे थे, लेकिन सदर अस्पताल परिसर में ही उसकी मौत हो गई।
घटना के बाद से आरोपी फरार
कोमल की मौत की खबर सुनते ही परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे और बेहाल हो गए। इधर, घटना के विरोध में आक्रोशित परिजनों ने उनके घर के सामने प्रदर्शन किया। कुछ लोगों ने उन्हें समझाकर शांत कराया। नगर थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि कार की चपेट में आने से किशोर की मौत हुई है। मामले में परिजनों की ओर से भी आवेदन मिला है। आवेदन के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। वही आरोपी मौके से फरार है। दूसरी और पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि यह दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या है।
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राजद की प्रतिक्रिया
आपको बता दें, इस मामले की गंभीरता को लेते हुए तेजस्वी यादव ने वीडियो कॉल पर पीड़ित परिवार से बात की और उन्हें न्याय का भरोसा दिलाया। मामले की जांच के लिए आरजेडी ने एक टीम बनाई है। आरजेडी की जांच टीम ने परिवार से पूछताछ की और घटनास्थल का मुआयना किया। आरजेडी ने पुलिस को कार्रवाई के लिए एक हफ्ते का समय दिया है। इसके अलवा पीड़ित परिवार न्याय और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहा है।