Bhilwara: हाल ही में छत्तीसगढ़ के कोरबा में ऐसा ही हुआ, जहां राजस्थान के दलित प्लास्टर करने वालों का नाम सामने आया। जब इन प्लास्टर करने वालों ने काम के लिए अग्रिम वेतन मांगा, तो उन्हें न केवल परेशान किया गया, बल्कि उन्हें बिजली के झटके भी दिए गए, उनके नाखून तक प्लायर से उखाड़ दिए गए और उनके निजी अंगों पर भी हमला किया गया। तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में बताते है।
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जानें क्या है पूरा मामला?
अंबेडकर जयंती के दिन छत्तीसगढ़ से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। खबर के अनुसार, भीलवाड़ा में मजदूरी मांगने पर कुछ दलित युवकों को बेरहमी से प्रताड़ित किया गया। पीड़ित युवकों को न सिर्फ निर्वस्त्र किया गया बल्कि उन्हें बिजली के झटके, नाखून उखाड़ना और बेहरमी से पीटना जैसी अमानवीय यातनाएं दी गईं। इस दर्दनाक घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर अब तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे पूरे देश में आक्रोश फैल गया। घटना की टाइमिंग विशेष रूप से चौंकाने वाली है क्योंकि यह अत्याचार डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के दिन दलित मजदूरों के साथ हुआ है।
बताया जा रहा है कि पीड़ित दलित युवक केवल अपनी मेहनत की मजदूरी मांग रहे थे लेकिन सामंती सोच वाले लोगों ने उन्हें बेइज्जती और अत्याचार का शिकार बना डाला। इस घटना ने एक बार फिर भारत में दलितों की सुरक्षा और सम्मान पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है लेकिन सवाल यह है कि क्या कानून और समाज मिलकर ऐसे अपराधियों को सख्त सजा देंगे? या ऐसे ही हर रोज दलित घुटते मरते रहेगा।
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सोशल मीडिया पर विडियो वायरल
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पीड़ितों का कहना है कि उन पर चोरी का झूठा आरोप लगाकर उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें आरोपियों की क्रूरता साफ दिखाई दे रही है। वीडियो में पीड़ित हाथ जोड़कर जान बचाने की गुहार लगाता नजर आ रहा है, लेकिन हमलावरों पर इसका कोई असर नहीं हुआ।
पीड़ितों के परिजनों ने इस घटना की रिपोर्ट राजस्थान के गुलाबपुरा थाने में दर्ज कराई है, लेकिन उनका आरोप है कि पुलिस ने शुरुआत में उनकी एक नहीं सुनी और उन पर समझौता करने का दबाव बनाया। बाद में इस मामले में जीरो एफआईआर दर्ज कर कोरबा पुलिस को सूचना दे दी गई है। वही पीड़ित और उनके परिवार न्याय की गुहार लगा रहे हैं और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं।