मुस्लिम पिता का क्रूर कृत्य, दलित से प्रेम विवाह करने पर बेटी का सिर काटा

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Chitoor crime news: हाल ही में आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले से एक बेहद दुखद और चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक पिता ने अपनी बेटी की हत्या कर दी। यह घटना तब हुई जब बेटी ने अपनी मर्जी से दूसरी जाति के दलित युवक से शादी कर ली। इस खौफनाक घटना के बाद पिता किसी तरह वहां से भागने में कामयाब हो गया, लेकिन उसकी बेटी की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस ने मामले की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। तो चलिए आपको  इस लेख में हम इस पूरे मामले की विस्तृत जानकारी के बारे में बताते हैं।

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जानें क्या है पूरा मामला? 

देश में कई जगहों से बलात्कार, हत्या और अन्य जघन्य अपराध अक्सर सामने आते रहते हैं। ऐसी ही एक दुखद घटना आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में घटी है। यह वाकई दिल दहला देने वाला मामला है जिसमें एक पिता ने अपनी बेटी की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी क्योंकि उसने अपनी पसंद के व्यक्ति से शादी कर ली थी। यह घटना एक बार फिर समाज में एक गंभीर समस्या बन गई है और इस मामले ने “ऑनर किलिंग” के मुद्दे को उजागर किया है। हत्या के बाद से पिता और उसका बेटा दोनों ही लापता हैं।

चित्तूर के बालाजीनगर कॉलोनी में रहने वाले शौकत अली और मुमताज की बेटी यास्मीन भानु की प्रेम कहानी दिलचस्प है। कॉलेज के दौरान यास्मीन पुथलपट्टू मंडल के कोडंडा राम और बुज्जी के बेटे साईं तेजा की ओर आकर्षित हुई। साईं ने बीटेक की पढ़ाई की थी। जब साईं के परिवार ने उनकी शादी का प्रस्ताव रखा तो यास्मीन के माता-पिता इसके लिए राजी नहीं हुए। इसके बावजूद दोनों ने 9 फरवरी 2025 को नेल्लोर में शादी करने का फैसला किया। शादी के बाद 13 फरवरी को उन्होंने तिरुपति में डीएसपी से सुरक्षा मुहैया कराने की गुहार लगाई। जिसके बाद पुलिस ने यास्मीन के परिवार को बुलाकर समझया की नवविवाहित जोड़े को किसी भी तरीके का खतरा ना  हो और सुनिश्चित किया कि उनकी सुरक्षा में कोई कमी न हो।

धोखे से बुलाकर बेटी की कर दी हत्या

आपको बता दें, पुलिस की चेतावनी के बाद पिछले दो महीने से दोनों अपना जीवन सुचारू रूप से जी रहे थे। इस बीच यास्मीन के परिवार वाले उसे बार-बार फोन कर घर आने और उसके पिता शौकत अली के बारे में पता लगाने को कह रहे थे, जो अस्वस्थ थे। इसलिए रविवार की सुबह साईं तेजा ने अपनी पत्नी को चित्तूर के गांधी चौक से यास्मीन के भाई की कार में बिठाया और उसे घर भेज दिया। लेकिन जब यास्मीन घर नहीं लौटी, तो साईं तेजा ने अपनी पत्नी और परिवार के सदस्यों को फोन किया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका, इसलिए वह संदिग्ध अवस्था में उनके घर गया। लेकिन तब तक यास्मीन की मौत हो चुकी थी।

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मामले की जांच

यास्मीन के परिवार ने उन्हें बताया कि वह घर पर नहीं है और फिर उन्हें बताया कि उसने आत्महत्या कर ली है। फिलहाल यास्मीन का शव सरकारी अस्पताल के मुर्दाघर में है। यास्मीन के पिता शौकत और उसकी बड़ी बहन का बेटा लालू फरार हो गए हैं। जिसके बाद पीड़िता के पति ने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि संदिग्ध मौत का मामला दर्ज कर लिया गया है और चित्तूर प्रभारी डीएसपी प्रभाकर के नेतृत्व में जांच चल रही है।

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