Sultanpur news: हाल ही में उत्तरप्रदेश के सुल्तानपुर से चौकाने वाली खबर सामने आई है जहाँ बीते मंगलवार को एक जमीनी विवाद का मामला सामने आया है यहाँ कथित तौर पर एक दलित परिवार का मकान को जोर-जबरदस्ती से ढहा दिया गया। तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में बताते है।
और पढ़े: Uttar Pradesh: दलित की ज़मीन पर अवैध कब्ज़े के खिलाफ भीम आर्मी का प्रदर्शन
जानें क्या है पूरा मामला?
दलितों को प्राचीन काल से ही अत्याचार और भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है। अक्सर ताकतवर लोग उन्हें धमकाते हैं, जातिवादी भाषा का इस्तेमाल करते हुए गाली देते हैं और उनकी ज़मीन पर अवैध कब्ज़ा कर लेते हैं। जी हाँ, ऐसा ही एक मामला उत्तरप्रदेश के सुल्तानपुर जिले के महमूदपुर सेमरी गांव में विवादित जमीन का मामला सामने आया है। दरअसल, मंगलवार शाम करीब साढ़े सात बजे एक दलित परिवार के कच्चे मकान को कथित तौर पर अवैध तरीके से गिरा दिया गया।
जिसके बाद पीड़िता सूर्यकली ने गोसाईंगंज थाना क्षेत्र के पखनपुर गांव निवासी ज्ञान प्रकाश पांडेय पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया कि उसने न सिर्फ उसका मकान गिरा दिया बल्कि उसके परिवार को जातिसूचक गालियां भी दीं और विरोध करने पर उसके परिवार के साथ मारपीट भी की। वही इस घटना के बाद पीड़िता अपने परिवार के साथ शहर के तिकोनिया पार्क पहुंची, जहां उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
और पढ़े: Madhya Pradesh: इंदौर में दलित दूल्हे को मंदिर में प्रवेश से रोका, दबंगई का शिकार
पीड़ित ने प्रशासन से लगाई न्याय की गुहार
वही राजस्व विभाग के लेखपाल सेतुराम के अनुसार मामला आबादी की जमीन का है। पीड़ित परिवार की एक महिला ने अपने हिस्से की जमीन बेची थी, अब इस जमीन पर विवादित कब्जे का मामला सामने आया है। पीड़ित ने प्रशासन से सुरक्षा और न्याय की गुहार लगाई है, वहीं पुलिस मामले की जांच कर रही है।
आपको बता दें कि पीड़ित परिवार के लिए इस मामले में कानूनी सलाह लेना और संबंधित अधिकारियों के पास अपनी शिकायत दर्ज कराना महत्वपूर्ण है। उन्हें अपनी जमीन के मालिकाना हक के दस्तावेज और अन्य प्रासंगिक सबूत पेश करने चाहिए। यह भी जरूरी है कि पुलिस और प्रशासन मामले की निष्पक्ष जांच करे और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करे। किसी भी व्यक्ति को उसकी जाति या सामाजिक स्थिति के आधार पर परेशान या बेदखल नहीं किया जाना चाहिए।