Dalit girl sexually abused: हाल ही में केरल से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई हैं जहाँ एक दलित लड़की ने ये दावा किया हैं कि 5 साल में 62 लोगों ने उसका यौन शोषण किया, दरअसल, पीड़िता जिला स्तरीय एथलीट है। तो चलिए आपको इस लेख में पुरे मामले के बारें में बताते हैं ।
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जानें क्या है पूरा मामला
केरल (Kerala) के पथानामथिट्टा (Pathanamthitta) से पिछले दिनों एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक दलित लड़की के साथ 5 साल में 62 लोगों ने यौन शोषण किया है। जी हां, केरल की एक दलित लड़की द्वारा किए गए इस चौंकाने वाले दावे ने समाज में गंभीर चर्चाओं को जन्म दे दिया है। यह मामला तब सामने आया जब केरल महिला समाख्या सोसाइटी की स्वयंसेवकों (Kerala Mahila Samakhya Society) ने भ्रमण के दौरान एथलीट लड़की से मुलाकात की।
इसके बाद एथलीट लड़की ने अपनी सारी आपबीती बताई। केरल महिला समाक्या सोसाइटी Kerala Mahila Samakhya Society) ने फिर जिला बाल कल्याण समिती को इस मामले की जानकारी दी।
13 साल की उम्र में पहली बार यौन शोषण
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पथनमथिट्टा सीडब्ल्यूसी के मुख्य advocate एन राजीव ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि यह मामला 15 दिन पहले बाल कल्याण समिति (Child Welfare Society) के समक्ष आया था। उस समय मैंने पीड़िता से कहा था कि वह अपनी मां के साथ समिति के समक्ष पेश होगी, जब आगे की जांच शुरू की जाएगी।
जब पीड़ित एथलीट की काउंसलिंग की गई तो उसने काउंसलिंग के दौरान बताया कि ऐसा उसके साथ पहली बार नहीं हुआ है, दरअसल 13 साल की उम्र से ही उसका यौन शोषण होता आ रहा है। पीड़िता ने यह भी बताया कि ऐसा उसके साथ पहली बार तब हुआ जब उसके पड़ोसी ने उसके साथ अश्लील वीडियो शेयर किया। काउंसलिंग में आगे पीड़िता ने बताया कि उसने अपने परिवार को इस बारे में नहीं बताया था।
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पीड़िता ने पिता के फोन में आरोपियों का नंबर सेव
आपको बता दें, काउंसलिंग के दौरान पीड़ित दलित लड़की ने यह भी बताया कि उसके पास अपना फोन नहीं है। वह अपने पिता का फोन इस्तेमाल करती है जिसमें उसने अपराधियों के नंबर सेव कर रखे थे। इसके अलावा सीडब्ल्यूसी (CWC) पथानामथिट्टा के प्रमुख एन राजीव ने बताया कि मनोवैज्ञानिकों ने भी लड़की से बात की ताकि और जानकारी हासिल की जा सके।
इसके बाद मनोवैज्ञानिकों (psychologists) ने अपराधियों के नाम जानने के लिए उसके पिता के मोबाइल फोन की भी जांच की और जांच से पता चलता है कि इस मामले में 60 से अधिक लोगों के शामिल होने का संदेह है, जिनमें से अब तक 40 लोगों की पहचान हो चुकी है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना के समय पीड़िता नाबालिग थी, इसलिए पोक्सो एक्ट और एससी-एसटी एक्ट (SC/ST Act) की सभी धाराएं भी जोड़ी जाएंगी।
इसके अलावा पुलिस ने बताया कि पथानामथिट्टा जिले के दो नजदीकी पुलिस थानों में पांच एफआईआर (FIR) दर्ज कर शुक्रवार को 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद शनिवार को 9 और लोगों को भी हिरासत में लिया गया। गिरफ्तार आरोपियों में लड़की के कोच, साथी एथलीट, सहपाठी और घर के आसपास रहने वाले लोग शामिल हैं।