थाने में बयान दर्ज कराने गए दलित व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत

Dalit men Dies in police custody
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Dalit men Dies in police custody:  हाल ही में, मध्य प्रदेश में एक दलित व्यक्ति की पुलिस थाने में बयान दर्ज कराते समय संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इस घटना ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है, क्योंकि परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है। परिवार का कहना है कि मृतक के शरीर पर चोट के निशान थे, और पुलिस द्वारा उसे गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया था। जबकि विपक्षी कांग्रेस ने रविवार को मोहन यादव के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर राज्य में “जंगल राज” का आरोप लगाया।

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जानें क्या है पूरा मामला

घटना मध्य प्रदेश के एक पुलिस थाने की है, जहाँ पर इस व्यक्ति को कुछ सवालों के जवाब देने के लिए थाने बुलाया गया था। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उस व्यक्ति पर अत्याचार किया, जिसके कारण उसकी मृत्यु हो गई। इसके बाद, पुलिस द्वारा मौत की जांच के लिए विभिन्न कदम उठाए गए, लेकिन इस पर अभी तक कोई स्पष्ट बयान नहीं आया है। दरअसल, देवास जिले के सतवास थाने में एक 35 वर्षीय दलित शख्स की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने पुलिस वालों पर हत्या करने का आरोप लगाया है।

वहीं युवक की मौत पर विभिन्न दलों व संगठनों ने राजनीति शुरू कर दी है।  इसी क्रम में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने रविवार को सतवास पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात कीइस दौरान उन्होंने मोहन यादव सरकार पर जमकर निशाना साधा साथ ही प्रदेश में “जंगल राज” होने का आरोप लगाया है।

इलाके में विरोध प्रदर्शन – Dalit men Dies in police custody

इस घटना के बाद इलाके में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं, और लोग सड़कों पर उतर आए हैं। परिजनों और स्थानीय नागरिकों ने पुलिस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इसके अलावा, पुलिस कस्टडी में मौत की जांच की भी मांग की जा रही है। वही प्रदर्शन पर बैठे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इसे पुलिस की बर्बरता बताया है।  वे पूरे थाने को सस्पेंड कराने की मांग पर अड़े रहे। उन्होंने कहा, “जब तक पूरा थाना सस्पेंड नहीं किया जाएगा, हम यहीं बैठे रहेंगे। मोहन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “रावण जैसा अहंकार हो गया सरकार का” इस दौरान पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के साथ पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा सहित अन्य कांग्रेस नेता मौजूद थे।

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परिजनों ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है और आरोप लगाया है कि पुलिस ने दलित व्यक्ति के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार किया। अब पुलिस अधिकारियों ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है। वही भीम आर्मी द्वारा सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने की मांग की जा रही है. इस मामले में प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए सतवास थाना प्रभारी आशीष राजपूत को पहले की सस्पेंड कर दिया है. जीतू पटवारीने कहा, “मध्य प्रदेश में लगातार चौथी घटना है, जिसमें दलित की हत्या थाने में हुई है.” पीसीसी चीफ का आरोप लगाते हुए कहा, “हत्या इसलिए हुई, क्योंकि समय पर रिश्वत नहीं मिली. थाने का इन्वॉल्वमेंट क्राइम रोकने में नहीं क्राइम करने में है.

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