Delhi Politics: हाल ही में दिल्ली के चुनाव हुए हैं और बीजेपी सरकार ने दिल्ली में ओहदा संभाल लिया है, साथ ही दिल्ली को नया मुख्यमंत्री भी नसीब हुआ है। इसके बाद,आतिशी ने बीजेपी द्वारा पेश की गई महिला समृद्धि योजना के मुद्दे पर रेखा गुप्ता की सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने यह आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने वादे के अनुसार, इस योजना को अपनी पहली मंत्रिमंडलीय बैठक में पारित नहीं किया।
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दलित और सिख विरोधी बीजेपी
हाल ही में दिल्ली में चुनाव सम्पन्न हुए हैं, जिसके परिणामस्वरूप बीजेपी की सरकार का गठन हुआ है और दिल्ली को नया मुख्यमंत्री भी प्राप्त हुआ है। इन घटनाक्रमों के बाद, दिल्ली में जब से आम आदमी पार्टी सत्ता से बेदखल हुई है, वह भारतीय जनता पार्टी (BJP) और नई सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी लगातार भा.ज.पा. पर तीखा प्रहार कर रही हैं। अनेक मांगों को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता लगातार सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। इसी क्रम में, आप के विधायकों ने मुख्यमंत्री कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया।
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता और आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने कहा, भारतीय जनता पार्टी ने आज देश को अपना दलित विरोधी और सिख विरोधी चेहरा स्पष्ट रूप से दिखा दिया है। सत्ता में आते ही उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय से डॉ. बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें हटा दीं। क्या भा.ज.पा. यह सोचती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर और भगत सिंह से बड़े हैं?
आतिशी का आरोप मुख्यामंत्री से नहीं मिलने दिया
दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायकों ने सोमवार को विपक्ष की नेता आतिशी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के कार्यालय के बाहर एक प्रदर्शन का आयोजन किया। यह प्रदर्शन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा दिल्ली की महिलाओं को 2,500 रुपये देने के वादे के प्रति वफादार बने रहने की मांग के संदर्भ में किया गया।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के साथ बैठक के बाद, आतिशी ने news एजेंसी पीटीआई को बताया, हमने दो दिन पहले मुख्यमंत्री से मिलने के लिए समय मांगा था, लेकिन हमें समय नहीं दिया गया। इसीलिए हम विधानसभा परिसर में उनके कार्यालय के बाहर हैं। हम उनसे प्रधानमंत्री मोदी के उस वादे पर चर्चा करना चाहते हैं, जिसमें कहा गया था कि पहली कैबिनेट बैठक के बाद महिलाओं को 2,500 रुपये दिए जाएंगे। अब प्रधानमंत्री का वादा झूठा सिद्ध होता दिखाई दे रहा है।