Gopalganj News : हाल ही में बिहार के गोपालगंज से एक खबर आई है जहां महज 18 साल की एक दलित लड़की ने शारीरिक शोषण के चलते आत्महत्या कर ली है, जिसके बाद बिहार सरकार ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि आत्महत्या मामले की उच्च स्तरीय जांच होगी और दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाएगा। तो चलिए इस लेख में आपको पूरे मामले के बारे में बताते हैं।
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दलित रसोइया की आत्महत्या
बीते दिन बिहार से एक गंभीर मुद्द सामने आया है जहाँ “डायट में दलित रसोइया के शारीरिक शोषण के बाद सुसाइड केस की उच्चस्तरीय होगी जांच की मांग की है दरअसल, दलित रसोइया के साथ शारीरिक शोषण हुआ है और उसके बाद उसने आत्महत्या कर ली। इस घटना की जांच के लिए जनक राम ने उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) थावे में शारीरिक शोषण के बाद दलित रसोइया की आत्महत्या का मामला तूल पकड़ चुका है।
जिसके बाद से पुलिस की धीमी जांच और कार्रवाई से परिजन नाराज हैं, वहीं आत्महत्या का मामला राजनीतिक रंग लेने लगा है। रविवार को बिहार सरकार के अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के मंत्री जनक राम वृंदावन गांव में मृतका के घर पहुंचे और परिजनों से मिलकर घटना की जानकारी ली। मंत्री ने परिजनों को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। मंत्री ने मौजूद पुलिस पदाधिकारियों को घटना की उच्चस्तरीय जांच कर आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का निर्देश दिया।
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तीसरे दिन पुलिस जांच
उन्होंने कहा कि सरकार गंभीर है। डायट के सभी कर्मचारियों और प्राथमिकी में नामजद आरोपियों की भूमिका की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि परिजनों ने कहा है कि दलित बेटी को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया और इससे आहत होकर उसने आत्महत्या कर ली। यह गंभीर अपराध है, सरकार दोषियों को बख्शेगी नहीं। एसपी ने की घटना की जांच में थावे डायट में दलित रसोइया के आत्महत्या मामले में तीसरे दिन पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित जांच के लिए पहुंचे।
एसडीपीओ प्रांजल व थावे थानाध्यक्ष के साथ डायट पहुंचे एसपी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया तथा मौजूद कर्मियों से पूछताछ की। एसपी ने उस कमरे को देखा, जहां रसोइया ने पंखे से लटक कर आत्महत्या की थी। उन्होंने प्रत्येक बिंदु पर जांच के बाद थावे थानाध्यक्ष से घटना से जुड़े कई तथ्यों की जानकारी ली तथा घटना में किसी निष्कर्ष पर पहुंचने का निर्देश दिया। वही बिहार सरकार में जनजाति जनजाति कल्याण विभाग के मंत्री जन राम डायट की मृतक रसोइया के अवशेषों से मिले और डायट के सभी मृतकों की भूमिका की जांच के बारे में विश्वसनीय जानकारी देते हुए कार्रवाई की बात कही। इसके अलावा, अपराधियों ने पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।