दलितों की पिटाई के विरोध में 23 जनवरी को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी का प्रतिवाद मार्च

Hajipur News, Dalit बी Beaten

Hajipur news:  बीते दिन हाजीपुर (Hajipur) से दलितों की पिटाई के विरोध को लेकर नया मामला सामने आया है. माले (मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी) Marxist communist party ने दलितों की पिटाई के विरोध 23 जनवरी को एक प्रतिवाद मार्च आयोजित करने का ऐलान किया है. जिसमे दलितों से जुड़ी तमाम परेशनियो का हल किया जायेगा.  तो चलिए आपको इस लेख में इस मामले के बारें में बताते है.

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दलितों की पिटाई का विरोध

हाल ही में भाकपा माले की जिला कमेटी ने राघोपुर पश्चिम पंचायत के वार्ड नंबर तीन में पिछले दिनों मीनावती देवी, रखाउर पासवान तथा उनके परिजनों की पिटाई की निंदा करते हुए दोषियों पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की थी . लेकिन जब कोई गिरफ्तार नहीं हुआ तो भाकपा माले पार्टी जिला सचिव विशेश्वर प्रसाद यादव, राघोपुर प्रखंड प्रभारी रामबाबू भगत व अन्य नेताओं की टीम ने उक्त गांव में जाकर उत्पीड़ित लोगों से मुलाकात की. साथ ही ग्रामीणों से घटना के बारे में जानकारी ली. माले नेताओं ने कहा कि बीते दो जनवरी को एक बजे रात में घर में घुसकर इन दलितों को बेरहमी से पीटा गया.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पुलिस और सामंती गुंडे के गठजोड़ से इस घटना को अंजाम दिया गया. नेताओं ने कहा कि पूर्व के पंचायत चुनाव की रंजिश में चल रहे मुकदमे में मीनावती देवी एवं उनके परिजनों पर सुलह लगाने के लिए दबाव दिया जा रहा था. लेकिन जब परिवार इस बात को राजी नहीं हुआ तो सामंती गुंडे के साथ मिलकर जुडावनपुर पुलिस ने ऐसा किया है.

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पुलिस पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप

वही, राघोपुर पश्चिमी में प्रतिवाद सभा को संबोधित करते हुए नेताओं ने पुलिस पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया और निलंबित करने की मांग की. कहा कि इस घटना के खिलाफ 23 जनवरी को राघोपुर प्रखंड कार्यालय के मैदान में प्रतिवाद मार्च आयोजित किया जायेगा. वही बिहार में बढ़ रहे दलित अत्याचार के खिलाफ पार्टी की ओर से नौ मार्च को पटना में आयोजित बदलो बिहार महाजुटान में शामिल होने की अपील की गयी.  इसके अलवा माले पार्टी ने यह भी कहा कि यह विरोध प्रदर्शन सामाजिक न्याय, समानता और दलित अधिकारों की सुरक्षा के लिए होगा।

पार्टी का कहना है कि दलितों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों और हिंसा को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाने चाहिए, और सरकार से इस मुद्दे पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की जाएगी। प्रतिवाद मार्च में पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक विभिन्न स्थानों से एकत्र होंगे, और यह विरोध प्रदर्शन देश भर में दलितों के साथ होने वाली असमानता और हिंसा को लेकर जागरूकता फैलाने का एक प्रयास होगा। इस मार्च (protest) में माले पार्टी की ओर से केंद्र और राज्य सरकारों पर दबाव डाला जाएगा ताकि दलितों के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित की जा सके और ऐसे अपराधों को सख्ती से रोका जा सके।

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