Mayawati: मायावती ने हाल ही में कांग्रेस पार्टी के खिलाफ यह बयान दिया है कि दलित समाज कभी कांग्रेस के बहकावे में नहीं आएगा। उनका कहना था कि कांग्रेस दलितों और पिछड़े वर्गों के अधिकारों के प्रति सच्ची प्रतिबद्धता नहीं दिखाती है और ऐसे में दलित समाज कांग्रेस के झूठे वादों और जाल में नहीं फंसेगा। मायावती का यह बयान उत्तर प्रदेश की राजनीति में विशेष महत्व रखता है, क्योंकि वे हमेशा से दलितों के अधिकारों की रक्षा की बात करती रही हैं और बीएसपी (बहुजन समाज पार्टी) की मुखिया हैं।
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कांग्रेस के बहकावे नहीं आएगा दलित समाज
मायावती का यह बयान कांग्रेस पर एक तीखा हमला है, जिसमें उन्होंने दलित समाज को कांग्रेस के बहकावे में नहीं आने की चेतावनी दी है। उनका कहना है कि कांग्रेस दलितों के हितों की रक्षा नहीं कर पाई है और उनपर विश्वास करने से दलित समाज को कोई फायदा नहीं होगा। मायावती अक्सर दलितों के अधिकारों की रक्षा के लिए आवाज उठाती रही हैं, और उनका यह बयान कांग्रेस की नीतियों पर सवाल उठाता है।
कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद उदित राज ने सोमवार को बीएसपी प्रमुख मायावती के लिए कुछ ऐसा कहा, जिससे अब उनके समर्थक भड़क गए हैं। बीएसपी प्रमुख मायावती ने अब दलबदलू उदित राज (Mayawati on Udit Raj) पर पलटवार किया है। बीएसपी प्रमुख ने कहा कि उदित राज की नियुक्ति पर कोई टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने एक के बाद एक कई पोस्ट के जरिए उदित राज को जमकर घेरा। इससे पहले उनके शेयरहोल्डर आकाश आनंद ने भी उदित राज को आड़े हाथों लिया था। अब मायावती उदित राज और कांग्रेस दोनों पर हमला बोल रही हैं।
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मायावती का बयान?
उदित राज के बयान से भड़कीं मायावती ने कांग्रेस को संविधान विरोधी करार दिया. उन्होंने एक्स पर एक के बाद एक कई पोस्ट कर कहा कि कुछ दलबदलू अवसरवादी और स्वार्थी दलित लोग अपने आक़ाओं को खुश करने के लिए जो अनर्गल बयानबाजी आदि करते रहते हैं उनसे बहुजन समाज को सावधान रहने और उन्हें गंभीरता से नहीं लेने की जरूरत है। क्योंकि वे सामाजिक परिवर्तन और आर्थिक मुक्ति’ मूवमेंट से अनभिज्ञ और अपरिचित हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘खासकर कांग्रेस पार्टी, जो करोड़ों शोषित-पीड़ित दलितों/बहुजनों के आत्म-सम्मान और स्वाभिमान के लिए डॉ. आंबेडकर के मानवीय संघर्ष का उनके जीवनकाल में और उनके निधन के बाद भी हर स्तर पर अपमान करती रही है, वह उनकी सोच और नीतियों के प्रति कभी भी सच्ची और विश्वसनीय नहीं हो सकती।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस विशुद्ध राजनीतिक और चुनावी लाभ के लिए ‘जय बापू, जय भीम, जय मंडल, जय संविधान’ आदि के नाम पर चाहे जितने भी कार्यक्रम आयोजित कर ले, बाबा साहेब के अनुयायी उनके बहकावे में आने वाले नहीं हैं। वे जागरूक और सतर्क हैं तथा अपने पैरों पर खड़े होने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।’’