Parbhani Custodial death case: महाराष्ट्र के परभणी जिले में पुलिस हिरासत में थर्ड डिग्री टॉर्चर के कारण सोमनाथ वेंकट सूर्यवंशी नामक 35 वर्षीय दलित व्यक्ति की मौत हो गई। परभणी में 10 दिसंबर को संविधान की प्रतिकृति तोड़े जाने के बाद हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने 50 दलित-बहुजन युवकों को हिरासत में लिया था। पोस्टमार्टम में शव पर गंभीर चोटें पाई गई हैं। जिसके बाद अब इस मामले में एक महीने की जांच के बाद पुलिस ने 23 से ज्यादा लोगों की शिकायतों की जांच शुरू कर दी है।
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जानें क्या था पूरा मामला
दरअसल, पिछले महीने महाराष्ट्र के परभणी जिले में पुलिस हिरासत में थर्ड डिग्री टॉर्चर के कारण सोमनाथ वेंकट सूर्यवंशी नाम के 35 वर्षीय दलित व्यक्ति की मौत हो गई थी। संविधान की प्रतिकृति के अपमान को लेकर परभणी में हुई हिंसा के सिलसिले में उसे गिरफ्तार किया गया था। लेकिन पुलिस हिरासत के दौरान सूर्यवंशी की मौत हो गई थी। इस मामले को लेकर पुलिस ने कहा था कि सूर्यवंशी की मौत सीने में दर्द और बेचैनी के कारण हुई थी, जी हां, पुलिस ने कहा था कि इलाज के दौरान सरकारी अस्पताल में उसकी मौत हो गई। जिसके बाद इस मामले को लेकर कई बड़ी पार्टियों और दलित संगठनों ने महाराष्ट्र पुलिस और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।
अब इस मामले में पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि इन शिकायतों में मृतक की मां द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत भी शामिल है, जिसमें उसने अपने परिवार के लिए न्याय और अपने बेटे की मौत के लिए जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इसके अलावा पुलिस को इस मामले में कम से कम 23 आवेदन शिकायते मिले हैं, जिनकी अब जांच शुरू हो गई है।
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पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
इस मामले को लेकर जहां कई बड़े नेताओं ने कहा कि दलित होने की वजह से उसकी हत्या की गई, वहीं अब मृतक वेंकट सूर्यवंशी की मां ने सरकार से न्याय की मांग की है। इसके अलावा कई प्रदर्शनकारियों ने जगह-जगह मोर्चे खोल दिए हैं और वे भी परभणी हिंसा के मामले में न्याय की मांग कर रहे हैं।