Rahul Gandhi: आपने अक्सर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को कई बड़ी रैलियों में भाषण देते हुए देखा और सुना होगा, उन्हीं राहुल गांधी के हालिया बयान में उन्होंने दलितों और कमजोर वर्गों के लिए नेतृत्व की जरूरत और जाति जनगणना के महत्व पर जोर दिया और उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर आरोप लगाया कि वे दलितों और अल्पसंख्यकों के अधिकारों का उल्लंघन कर रहे हैं।
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राहुल गांधी का बयान
बीते दिन, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को स्वतंत्रता सेनानी और दलित नेता जगलाल चौधरी की जयंती के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि वह उस दिन का इंतजार कर रहे हैं जब दलित और कमजोर वर्ग भारत के हर संस्थान में नेतृत्व की स्थिति में होंगे। उन्होंने कहा कि देश भर में जाति जनगणना की आवश्यकता है।
उसी कार्यक्रम में राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस संविधान के खिलाफ हैं क्योंकि यह दलितों और वंचितों के अधिकारों की गारंटी देता है। उन्होंने कहा, “देश की मौजूदा सत्ता संरचना और संस्थानों में दलितों और वंचितों की कोई भागीदारी नहीं है… दलितों, अल्पसंख्यकों और समाज के कमजोर वर्गों की सही संख्या की पहचान करने के लिए पूरे भारत में जाति जनगणना की आवश्यकता है।” उनके बयान का मुख्य उद्देश्य सामाजिक न्याय और समानता की दिशा में आगे बढ़ने की आवश्यकता को उजागर करना था।
दलितों के हित में राहुल गाँधी
गांधी ने कहा, “मैं उस दिन का इंतजार कर रहा हूं जब दलित और कमजोर वर्ग देश की हर संस्था में नेतृत्व की स्थिति में होंगे… और मैं दलितों के हित के लिए अपनी लड़ाई जारी रखूंगा।” वही राहुल गांधी ने कहा कि वे सामाजिक न्याय और समानता के लिए संघर्ष करते रहे हैं, ताकि हर वर्ग को अपने अधिकारों का सही लाभ मिल सके।
इसके अलवा उन्होंने दलितों और कमजोर वर्गों को सभी संस्थानों में नेतृत्व की भूमिका में देखने की इच्छा व्यक्त की है, जिससे वे निर्णय लेने की प्रक्रिया में शामिल हो सकें।