Rajasthan News: राजस्थान के झुंझुनू जिले से एक शर्मनाक खबर सामने आई है जहाँ एक दलित युवक को मटके से पानी पीना महंगा पड़ गया तो चलिए आपको इस लेख में पुरे मामल के बारें में विस्तार से बताते हैं। वही यह घटना जातिगत भेदभाव के उदाहरण उजागर करती है।
जानें क्या था पूरा मामला
लोग कहतें हैं कि मेरा देश बदल रहा है पर सच तो यह है की पुराने ढर्रे पर चल रहा है. देश आजाद हुए 70 साल से ज्यादा गए है. लेकिन दलितों के साथ कुछ खास बदलाव नहीं हुए है। आज भी दलितों के साथ छुआछुत जारी है. जी हाँ ऐसा ही एक मामला राजस्थान के झुंझुनू से दलित युवक के साथ अत्याचार की एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। युवक ने एक सार्वजनिक मटके से पानी पी लिया, जिस पर कुछ लोगों ने आपत्ति जताई। इसके बाद उसे लात-घूंसों से बुरी तरह पीटा गया और फिर उसे अगवा कर लिया गया।
आरोपियों ने पीड़ित युवक के परिवार से डेढ़ लाख रुपये की फिरौती की मांगी जिसके बाद पीड़ित परिवार ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में जाकर शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद पुलिस ने पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया कि आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ लिया जाएगा।
फिरौती देकर जान बचाई
इस मामले को लेकर पुलिस ने मीडिया को बताया कि यह मामला जातिवाद से जुड़ा है, जहां एक ईंट भट्ठा मालिक ने कथित तौर पर पानी का घड़ा छूने पर दलित ट्रैक्टर चालक की बेरहमी से पिटाई की. घटना शनिवार (18 जनवरी) को हुई जब ट्रैक्टर चालक चिमन लाल मेघवाल ईंट लेने के लिए ईंट भट्ठे पर गया था। ईंट लेने के बाद चिमन लाल मेघवाल ने पैसे चुकाए और पास में रखे घड़े से पानी पीने लगा, तभी भट्ठा मालिक विनोद यादव ने उसे लात मार दी। इतना ही नहीं, इसके बाद विनोद और दो अन्य लोगों ने उसे कार में अगवा कर लिया और हरियाणा के रेवाड़ी ले जाकर बेल्ट से बेरहमी से पीटा। इसके अलावा चिमन लाल के परिवार से उसे छोड़ने के लिए 1.5 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई।
पुलिस ने आगे बात करते हुए बताया कि उसके भाई ने उन्हें पैसे दिए जिसके बाद उसे छोड़ा गया और उसकी जान बच गई। मामले की जांच करते हुए पुलिस ने बताया कि चिमन लाल के शरीर पर चोट के निशान पाए गए हैं. उसके परिजनों ने उसका नजदीकी अस्पताल में इलाज कराया। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर पीड़ित का मेडिकल परीक्षण कराया है। मामले की जांच बुहाना डीएसपी नोपाराम भाकर कर रहे हैं। इस घटना से जुड़े दो ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें चिमन लाल की चीख-पुकार के अलावा आरोपियों की गालियां और पैसे लाने की धमकियां भी सुनी जा सकती हैं।