Rajesh Saraiya: मिलिए दुनिया के सबसे अमीर दलित अरबपति से, जिन्होंने बिज़नेस में गाड़ दिए झंडे

Rajesh-saraiya , Business man
Source: Google

आज के समय में भारत में कई बड़े बिज़नेस मेन हैं. जिन्होंने अपनी काबिलियत और जातिगत बंधन को तोड़कर समाज को एक आईना दिखाया है. यूं तो दलित (Dalit) समाज शुरुआत से सामाजिक उपेक्षाओं की वजह से आर्थिक रूप से कमजोर रहा, उच्च जाति के समाज ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया था. लेकिन कुछ दलितों ने समय के साथ अपनी मेहनत के बल पर देश ही नहीं बल्कि दुनिया में अपनी सफलता का झंडा गाड़ा. इनमें कई नाम हैं, लेकिन आज हम इस लेख में दुनिया के सबसे अमीर दलित अरबपति के बारे में बताते हैं. जिन्होंने देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी अपनी पहचान बनाई है.

कौन है दलित अरबपति

वैसे तो दुनिया में कई में करोड़पति और अरबपति है और हर साल इसकी एक लिस्ट जारी की जाती है. लेकिन आज हम जिस अरबपति के बारे में बात कर रहे है ये दलित समाज से आते है. यूं तो दलित (Dalit) समाज शुरुआत से कमजोर रहा और सामाजिक उत्पीड़न को झेलता आ रहा है, लेकिन कुछ दलितों ने समय के साथ अपनी काबिलियत और अपनी मेहनत के बल पर देश ही नहीं बल्कि दुनिया में अपनी सफलता पाई है. ऐसे ही एक दलित बिज़नस मेन राजेश सरैया है जिन्होंने देश – विदेश तक अपनी पहचान बनाई हैं और विदेशो में भी अरबों रुपये का बिजनेस एम्पायर खड़ा किया है.

राजेश सरैया की गिनती दुनिया के सफल लोगों में होती है. राजेश सरैया आज किसी पहचान के मोहताज नहीं है. उन्हें दलित अरबपतियों में देश का पहला दलित अरबपति माना जाता है. वह उत्तर प्रदेश में सीतापुर के पास एक गांव सरैया सानी में एक मध्‍यम वर्गीय परिवार में पैदा हुए. राजेश का कारोबार की बात करें तो उनका कारोबार भारत से बाहर यूक्रेन, रूस, जर्मनी, इस्तांबुल, दुबई, और तियानजिन जैसे कई देशों में फैला है.

स्टील कम्पनी के मालिक

दरअसल, राजेश सरैया यूक्रेन आधारित कंपनी Steel Mont के सीईओ हैं. जिसका मुख्यालय डसेलडोर्फ (जर्मनी) में है. Steel Mont की वेबसाइट के मुताबिक, वर्तमान में कंपनी का टर्नओवर 350 मिलियन डॉलर यानि करीब (लगभग 26,42,67,50,000 रुपये) है. उनकी कंपनी मेटल सेक्टर में काम करती है. वही मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक राजेश सरैया की शुरुआती पढ़ाई भारत में ही हुई, इसके बाद उन्होंने रूस में एयरोनॉटिक्स इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और बाद में उन्‍होंने Steel Mont की शुरुआत की थी.

राजेश की मेटल में ट्रेडिंग करने वाली राजेश की कंपनी का बेस यूक्रेन में है. उनकी कंपनी ब्रिटेन में ट्रेडिंग करती है. हालांकि राजेश को अपने वतन भारत से प्‍यार है. उनका इरादा भी अगले कुछ सालों में भारत में ही बसने का है. राजेश ने एक इंटरव्‍यू में बताया था कि वह भारत में फूड प्रोसेसिंग यूनिट खोलना चाहते हैं. इसके अलवा राजेश को भारत सरकार की ओर से दो बड़े अवार्ड मिल चुके हैं. इसमें 2014 का पद्मश्री और 2012 का प्रवासी भारतीय अवॉर्ड शामिल हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *