प्रतापगढ़ में दलित युवती की हत्या पर बवाल, सीओ समेत कई पुलिसकर्मी घायल

Partapgarh news, Partapgarh Dalit girl rape and Murder
Source: Google

Pratapgarh news: हाल ही उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में दलित लड़की की रेप के बाद मौत पर बवाल मच गया है। परिजनों ने गैंगरेप के बाद हत्या का आरोप लगाया है। इसके बाद स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन करने लगे। हालात बिगड़ने पर पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज के बाद ग्रामीण और उग्र हो गए और पुलिस पर पथराव करने लगे। तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में बताते है।

और पढ़े: प्यार का जाल, शोषण और धोखा, राजस्थान से यूपी तक दलित लड़की की दर्दनाक कहानी

जानें क्या है पूरा मामला?

बीते गुरुवार के दिन उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के रानीगंज थाना क्षेत्र से हैरान करने वाली खबर सामने आई है जहाँ दुर्गागंज बाजार में एक निजी अस्पताल में काम करने वाली दलित युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। इस घटना के बाद इलाके में तनाव पैदा हो गया है। बताया जा रहा है कि मृतक युवती पिछले चार साल से इस अस्पताल में काम कर रही थी। वह 22 साल की थी और एक निजी अस्पताल में काम करती थी। पुलिस ने अस्पताल के लीडर डॉक्टर समेत 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

और पढ़े: Uttar Pradesh: दलित किशोरी अपहरण व दुष्कर्म मामले में कोर्ट ने सुनाया फैसला, मां-बेटे को तीन साल की कैद

शरीर में मिले चोट के निशान

अस्पताल से परिजनों को बुलाया गया। मां हीरावती वहां पहुंची तो कुछ लोगों ने उसे रोकने का प्रयास किया। कुछ देर बाद तीन लोग कोमल के शव को एंबुलेंस में लेकर गांव आए और शव छोड़कर भाग गए। ग्रामीणों ने उन्हें पकड़ लिया, जिससे वहां हंगामा मच गया। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन, डॉक्टर अमित पांडेय, कर्मचारी सुनील कुमार, विद्यासागर, शहबाज और दाई गनोरमा देवी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि इन सभी ने मिलकर सामूहिक दुष्कर्म और हत्या की वारदात को अंजाम दिया है। शव की जांच में चोट के कई निशान मिले हैं, जिससे शक और बढ़ गया है।

जिसके बाद से मृतक के परिजनों और स्थानीय लोगों ने शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। जब पुलिस शव को अपने कब्जे में लेने पहुंची तो ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू कर दिया और हंगामा शुरू कर दिया। नतीजतन पथराव हुआ जिसमें कई पुलिसकर्मी और महिलाएं घायल हो गईं। वही रानीगंज के सर्कल ऑफिसर विनय प्रभाकर साहनी को सिर में चोट आई है। गांव में बढ़ते तनाव को देखते हुए वहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। देर रात तक पुलिस शव को अपने कब्जे में नहीं ले सकी। बता दें, इस मामले को लेकर परिवार ने तुरंत करवाई कि मांग कि है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *