Thanjavur News: एक बार फिर जातीय संघर्ष को लेकर एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। जहां गांव के ही एक युवक से मामूली कहासुनी के चलते एक बुजुर्ग दलित व्यक्ति की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई है। जिसके बाद से परिवार सदमे में है तो चलिए इस लेख में आपको पूरे मामले के बारे में बताते हैं।
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जानें क्या है पूरा मामला
बीते सोमवार तमिल नाडू के तंजावुर से दिल दहलाने वाली खबर सामने आई थी जहाँ घास काटने को लेकर जातिगत विवाद शुरू को गया कि मामूली झगड़े में एक बुजुर्ग दलित व्यक्ति की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई। दरअसल, सूत्रों के अनुसार, तंजावुर के पास अरुमलाईकोट्टई में आदि द्रविड़र स्ट्रीट के निवासी अरुणाचलम का कुडियाना स्ट्रीट के पास एक दलित समुदाय की कॉलोनी के लोगों के साथ पशु चराने को लेकर झगड़ा हुआ था। वही सोमवार की देर शाम, जब अरुणाचलम अरुमालिकोट्टई के पास वडासेरी नहर के पुल पर अपनी साइकिल चला रहा था, तो दलित समुदाय की बस्ती का विवेक विपरीत दिशा से बाइक पर आ रहा था।
विवेक ने अरुणाचलम के साथ झगड़ा किया, जो जल्द ही बढ़ गया। वही आस-पास के लोगों ने कहा कि विवेक ने बीयर की बोतल ली, उसे अरुणाचलम के हाथों पर फोड़ दिया और फिर दलित व्यक्ति अरुणाचलम के गले में चाकू घोंप दिया। अरुणाचलम को गंभीर चोटें आईं और उसकी तुरंत मौत हो गई।
आरोपी गिरफ्तार
जिसके बाद मृतक के परिजनों ने अम्मापट्टी पुलिस ने मामला दर्ज कर मंगलवार को विवेक के खिलाफ शिकायत दर्ज की और मामले की जाँच करते हुए पुलिस ने आरोपी विवेक को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। इस बीच, अरुणाचलम का शव लेने से इनकार करते हुए उसके रिश्तेदार और पड़ोसी, वीसीके और सीपीएम से संबद्ध तमिलनाडु अस्पृश्यता उन्मूलन मोर्चा के पदाधिकारियों के साथ सरकारी तंजावुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सामने एकत्र हुए, जहां उसका शव रखा गया था और हत्या के समय विवेक के साथ मौजूद दो और लोगों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने अरुणाचलम के लिए 15 लाख रुपये का मुआवजा और सरकारी नौकरी की भी मांग की। वही तंजावुर आरडीओ एलक्किया और पुलिस अधिकारियों ने उन्हें यह आश्वासन देकर शांत किया कि उनकी मांगों पर नियमों के अनुसार विचार किया जाएगा।