Varanasi news: हाल ही उत्तर प्रदेश के वाराणसी से चौकाने वाली खबर सामने आई है यहाँ एक महिला डिप्टी जेलर मीना कन्नौजिया ने जेल अधीक्षक उमेश सिंह पर उत्पीड़न, भ्रष्टाचार और जातिवादी मानसिकता का आरोप लगाया है और कहा कि उसका तबादला नैनी जेल कर दिया गया है। मामला तब सामने आया जब डिप्टी जेलर मीना कन्नौजिया ने जेल अधीक्षक उमेश सिंह के खिलाफ सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने गंभीर आरोप लगाए। तो चलिए आपको इस लेख में पूरे मामले के बारे में बताते है।
जानें क्या है पूरा मामला ?
दलित मीना कन्नौजिया ने जेल अधीक्षक उमेश सिंह पर उत्पीड़न, भ्रष्टाचार और जातिवादी मानसिकता का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जेल अधीक्षक उन्हें अपने आवास पर आने के लिए मजबूर करते थे और मना करने पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। आरोपों के बाद डीआईजी जेल की संस्तुति पर मीना कन्नौजिया को नैनी जिला जेल में ट्रान्सफर कर दिया गया। यह घटना वाराणसी जिला जेल के दो वरिष्ठ अधिकारियों के बीच चल रहे विवाद को उजागर करती है।
एक दिन पहले ही डिप्टी जेलर का वीडियो और शिकायती पत्र सोशल मीडिया पर शेयर किया गया था, जो खूब वायरल हो रहा है। इसी बीच रविवार को डीआईजी जेल की संस्तुति पर मीना कन्नौजिया का तबादला नैनी जिला जेल कर दिया गया। जेल अधीक्षक पर पहले भी कई आरोप लग चुके हैं।
मीना कन्नौजिया ने शिकायती पत्र लिखा
विडियो में डिप्टी जेलर मीना कन्नौजिया ने बताया कि उन्होंने शिकायती पत्र में लिखा था कि जिला जेल अधीक्षक उमेश सिंह के खिलाफ चार महीने पहले शिकायती पत्र दिया गया था, जिसका कोई जवाब नहीं मिला। जेल में भ्रष्टाचार है। नशीली दवाएं बिकती हैं। कैदियों से अवैध वसूली होती है। डिप्टी जेलर मीना कन्नौजिया ने शिकायत करते हुए लिखा कि जिला जेल अधीक्षक उमेश सिंह उन्हें परेशान करते हैं। इसलिए सरकार ने जिला जेल अधीक्षक से बात करने की बजाय शिकायतकर्ता महिला डिप्टी जेलर का ही तबादला कर दिया।
वही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने डिप्टी जेलर के तबादले से संबंधित पत्र की कॉपी रविवार को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर की। प्रदेश अध्यक्ष ने पत्र पर लिखा कि महिला सशक्तिकरण की झूठी बातें करने वाली डबल इंजन सरकार के कारनामे देखिए। इसके अलावा भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी क्या दलित और महिला अफसरों को भी न्याय की उम्मीद नहीं करनी चाहिए?
13 मार्च को वाराणसी जिला जेल अधीक्षक पर दलित महिला डिप्टी जेलर मीना कन्नौजिया ने अभद्रता, धमकी और शोषण के गंभीर आरोप लगाए, लेकिन कार्रवाई के बजाय 16 मार्च को पीड़िता का ही तबादला कर दिया गया! *यह केवल ट्रांसफर नहीं, बल्कि जातिगत भेदभाव और महिला विरोधी सरकार की वास्तविकता का… pic.twitter.com/67BQMY9ht3
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) March 17, 2025