Vidisha News: एकाएक गायब हो गईं 4 दलित-आदिवासी लड़कियां, इलाके में दहशत!

Girls are not safe, Madhya Pradesh News
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Vidisha news: मध्य प्रदेश में एक बार फिर दलितों और आदिवासियों के खिलाफ अपराध की संख्या बढ़ती जा रही है। जी हां, पिछले दो महीनों में विदिशा जिले के बरखेड़ा गांव में 4 लड़कियां लापता हो गई हैं, जिनमें से1 दलित और 3 आदिवासी हैं और इनमें से 2 नाबालिग हैं। जिनकी कोई खबर नहीं है। लेकिन सवाल यह है कि आखिर सरकार क्या कर रही है? इतने सख्त नियम-कायदों के बावजूद अपराधी खुलेआम क्यों घूम रहे हैं?

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 बीते दो महीने में 4 लड़कियां लापता

अक्सर मध्य प्रदेश से दलितों पर हो रहे अत्याचार कि खबर सामने आती रहती है वही फिर एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है जी हाँ, विदिशा जिले के बरखेड़ा गांव से कुल चार लड़कियां लापता हैं, जिनमें से एक दलित और तीन आदिवासी समुदाय से हैं. लापता लड़कियों में तीन नाबालिग हैं. ये चारो नाबालिग लड़कियां 11 दिसंबर से लापता हैं, जबकि एक अन्य लड़की 4 फरवरी से लापता है.

जिसके बाद लापता लड़कियों के परिजनों ने स्थानीय थाने में जाकर लड़कियों के लापता होने की एफआईआर (FIR) दर्ज कराई. लेकिन 2 महीने बीत जाने के बाद भी लड़कियों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है. परिजन पिछले दो महीने से अपनी बेटियों की तलाश कर रहे हैं. लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है. इस घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है. लोगों ने अपनी बेटियों को स्कूल भेजना बंद कर दिया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आई है.

लोगों के बीच आक्रोश

इस मामले को लेकर राजनीतिक गलियारों में भी हलचलें तेज हो गई. आये दिन मध्य प्रदेश में घटित हो रही ये घटनाएं मध्यप्रदेश सरकार के उत्तम प्रशासन की पोल खोल रही हैं,,,साथ ही मध्यप्रदेश पुलिस पर पिछले कुछ वर्षों में लगे ऐसे तमाम आरोप, प्रशासन की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर रहे हैं. वही कुछ दलित और आदिवासी संगठनो ने ट्वीट करते हुए कहा है कि मध्य प्रदेश में दलितों और आदिवासियों के खिलाफ बढ़ते अपराध सरकार की नाकामी को उजागर कर रहे हैं। पिछले दो महीनों में विदिशा जिले के बरखेड़ा गांव में 4 लड़कियां गायब हो गई हैं, जिनमें 1 दलित और 3 आदिवासी हैं और इनमें से 2 नाबालिग हैं।

यह घटना न केवल प्रशासन की उदासीनता को दर्शाती है, बल्कि राज्य में हाशिए पर पड़े समुदायों की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल उठाती है। NCRB के आंकड़े बताते हैं कि आदिवासियों पर अत्याचार के मामलों में मध्य प्रदेश देश में सबसे आगे है। क्या भाजपा सरकार आदिवासी सशक्तिकरण की बात सिर्फ़ दिखावे के लिए कर रही है? जब बेटियाँ ही सुरक्षित नहीं हैं, तो विकास और सुरक्षा के दावे झूठे साबित होते हैं!

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