क्या कहती है BNS की धारा 42, जानें महत्वपूर्ण बातें

बीएनएस (BNS) की धारा 42, BNS section 42 in Hindi
Source: Google

BNS Section 42 in Hindi: भारतीय न्याय संहिता, 2023 की बीएनएस की धारा 42 के मुताबिक, भारतीय न्याय संहिता का एक महत्वपूर्ण प्रावधान है जो हर व्यक्ति को अपनी शारीरिक सुरक्षा का अधिकार देता है। इसे हम आत्मरक्षा का अधिकार भी कहते हैं। तो चलिए आपको इस लेख में बीएनएस धारा 42 के बारें में विस्तार से बताते है।

Also Read: क्या कहती है BNS की धारा 41, जानें महत्वपूर्ण बातें

धारा 42 क्या कहती है? BNS Section 42 in Hindi

बीएनएस धारा 42 भारतीय न्याय संहिता का एक महत्वपूर्ण प्रावधान है जो शरीर की निजी रक्षा के अधिकार से संबंधित है। यह धारा उन परिस्थितियों को परिभाषित करती है जिनमें कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति द्वारा किए गए हमले से अपनी रक्षा करने के लिए बल प्रयोग कर सकता है।

मुख्य बिंदु

  • शरीर की रक्षा: यह धारा किसी व्यक्ति को अपनी शारीरिक सुरक्षा के लिए आवश्यक बल प्रयोग करने का अधिकार देती है।
  • अन्य व्यक्ति द्वारा हमला: यह अधिकार तभी लागू होता है जब कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति द्वारा हमले का शिकार होता है।
  • आवश्यक बल: व्यक्ति केवल उतना ही बल प्रयोग कर सकता है जितना कि अपनी रक्षा के लिए आवश्यक हो।
  • मृत्यु: कुछ परिस्थितियों में, अगर कोई व्यक्ति अपनी जान बचाने के लिए बल प्रयोग करता है और दुर्भाग्यवश हमलावर की मृत्यु हो जाती है, तो उसे दोषी नहीं ठहराया जा सकता।

यह धारा मुख्य रूप से किसी व्यक्ति की संपत्ति की रक्षा से संबंधित है। इसमें शारीरिक बल का प्रयोग शामिल हो सकता है, जिसमें किसी व्यक्ति को मारना भी शामिल हो सकता है, यदि यह आवश्यक हो।  यह अधिकार केवल कुछ विशिष्ट परिस्थितियों में लागू होता है, जैसे कि डकैती, चोरी, या रात्रि में घर में जबरन प्रवेश करना। यह अधिकार आत्मरक्षा के सिद्धांत पर आधारित है, जिसका अर्थ है कि व्यक्ति केवल तभी बल का प्रयोग कर सकता है जब उसे या उसकी संपत्ति को वास्तविक खतरा हो।

 Also Read: क्या कहती है BNS की धारा 40, जानें महत्वपूर्ण बातें

धारा 42 का महत्व और उद्देश्य 

बीएनएस की धारा 42 यह धारा हर व्यक्ति को अपनी सुरक्षा का अधिकार देती है। वही यह कानून और व्यवस्था बनाए रखने में मदद करती है। इसके अलवा यह लोगों को आत्मविश्वास देती है कि वे अपनी रक्षा कर सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *