BNS Section 60 in Hindi: भारतीय न्याय संहिता, 2023 (बीएनएस) की धारा 60 भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 60 बीएनएस के अध्याय 4 का हिस्सा है – उकसाना, आपराधिक साजिश और उकसाने का प्रयास।.यह कारावास से दंडनीय अपराध करने की योजना को छिपाने को अपराध मानता है. यह धारा किसी अपराध को करने की मंशा या योजना को छिपाने के कृत्य को संबोधित करती है, जिसे अंजाम देने पर कारावास हो सकता है. तो चलिए आपको इस लेख में (बीएनएस) की धारा 60 के बारें में विस्तार से बताते है.
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धारा 60 क्या कहती है? BNS Section 60 in Hindi
भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 59 के तहत किसी अपराध की जानकारी छिपाने वाले व्यक्ति को दंडित किया जा सकता है. यह धारा, कारावास से दंडनीय अपराधों पर लागू होती है. दूसरी और ये धारा अपराध को छिपाने वाला व्यक्ति बी.एन.एस. की धारा 60 के अंतर्गत दोषी होगा. इस धारा के तहत दोषी ठहराने के लिए, ये बातें साबित होनी चाहिए…
- किसी व्यक्ति को पता है कि कोई अपराध होने वाला है.
- उसने जान-बूझकर इस जानकारी को छिपाया.
- इससे अपराधी को अपराध करने में आसानी हुई.
- किसी को पता है कि किसी जगह पर चोरी होने वाली है और वह जान-बूझकर इस जानकारी को पुलिस से छिपाता है. ऐसे में, उसे बीएनएस की धारा 60 के तहत दंडित किया जाएगा.
- उदाहरण के लिए- A को पता है कि किसी स्थान पर चोरी होने वाली है और वह जानबूझकर पुलिस अधिकारी से यह जानकारी छिपाता है। तो “A” को बी.एन.एस. की धारा 60 के अंतर्गत दंडित किया जाएगा.
बीएनएस धारा 60 महत्व
बीएनएस (BNS) धारा 60 का महत्व कुछ इस तरह है…कि जो कोई कारावास से दण्डनीय किसी अपराध के किये जाने में सहायता करने के आशय से या यह जानते हुए कि वह सहायता करेगा, किसी कार्य या अवैध लोप द्वारा ऐसे अपराध के किये जाने के षडयंत्र के अस्तित्व को स्वेच्छा से छिपाएगा, या कोई अपराध करेगा.