क्या कहती है BNS की धारा 67,जानें महत्वपूर्ण बातें

बीएनएस धारा 66, BNS Section 66 in Hindi
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BNS Section 67 in Hindi: भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 67, जो पूर्व में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 376बी थी, विवाहित महिलाओं के साथ बलात्कार से संबंधित है। यह धारा उन मामलों को संबोधित करती है जहां एक पुरुष अपनी पत्नी के साथ यौन संबंध बनाता है, जबकि वे कानूनी रूप से अलग हो रहे हैं। तो चलिए आपको इस लेख में  इस धारा के बारे में विस्तार से बताते है।

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धारा 67 क्या कहती है? BNS Section 67 in Hindi

भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 67, के अनुसार, यदि कोई पति अपनी पत्नी की सहमति के बिना उसके साथ यौन संबंध बनाता है, तो उसे कम से कम दो साल की जेल और जुर्माना हो सकता है। इस धारा के तहत निर्धारित अधिकतम सजा सात साल की जेल है। वही यह धारा कहती है कि यदि कोई पुरुष अपनी पत्नी के साथ, जो कानूनी रूप से अलग रह रही है, उसकी सहमति के बिना यौन संबंध बनाता है, तो यह बलात्कार माना जाएगा। इसके अलवा कानूनी अलगाव में वे मामले शामिल हैं जहां अदालत ने अलगाव का आदेश दिया है या जहां पति-पत्नी आपसी सहमति से अलग रह रहे हैं।

इस धारा के बारे में महत्वपूर्ण बातें…

  • यह धारा अलग-अलग रह रहे पति-पत्नी के बीच यौन संबंध को अपराध बनाती है।
  • यह धारा महिलाओं की गरिमा और स्वतंत्रता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण है।
  • इस धारा में, ‘यौन संबंध’ का अर्थ धारा 63 के खंड (ए) से (डी) में उल्लिखित किसी भी कार्य से है।
  • यह धारा उन पतियों के लिए सजा का प्रावधान करती है जो अलग-अलग रहते हुए अपनी पत्नियों के साथ अनैच्छिक यौन संबंध बनाते हैं।
  • यह धारा महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करती है।

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बीएनएस धारा 67 क्यों महत्वपूर्ण हैं… 

बीएनएस की धारा 67 का महत्व कुछ इस प्रकार से है कि यह धारा विवाहित महिलाओं को यौन हिंसा से बचाने के लिए महत्वपूर्ण है। यह सुनिश्चित करती है कि कानूनी रूप से अलग होने के बाद भी महिलाओं को अपनी यौन स्वायत्तता का अधिकार है। वही यह महिलाओं को उनके साथी द्वारा यौन हिंसा से बचाने में मदद करता है, भले ही वे कानूनी रूप से विवाहित हों। ध्यान देने वाली बात यह है कि इस धारा में “सहमति” का अर्थ स्वतंत्र और स्वैच्छिक सहमति है। दबाव या जबरदस्ती के तहत दी गई सहमति को वैध नहीं माना जाएगा।
इसके अलवा इस धारा के तहत मिलाने वाली सजा दोषी पाए जाने पर, पुरुष को 2 से 7 साल तक की कैद और जुर्माना हो सकता है।

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