BNS Section 68 in Hindi: भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 68 के तहत सत्ता में बैठे लोगों द्वारा अपनी देखरेख में महिलाओं के साथ यौन संबंध बनाने के लिए सत्ता का दुरुपयोग करना अपराध माना जाता है। इसमें सरकारी कर्मचारियों से लेकर अस्पताल के कर्मचारियों तक की भूमिकाएँ शामिल हैं, और इसके लिए जुर्माने के साथ-साथ पाँच से दस साल की कठोर कारावास की सज़ा का प्रावधान है। तो चलिए आपको इस लेख में धारा 68 के बारे में विस्तार से बताते है।
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धारा 68 क्या कहती है? BNS Section 68 in Hindi
भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 68, के अनुसार, आर्थिक दंड के भुगतान पर कारावास के समाप्त होने का प्रावधान है। यह धारा बताती है कि यदि किसी व्यक्ति को आर्थिक दंड के भुगतान में विफल रहने पर कारावास की सजा दी जाती है, तो वह कारावास तब समाप्त हो जाएगा जब वह आर्थिक दंड का भुगतान कर देता है या जब कानून के अनुसार उस दंड को वसूल कर लिया जाता है।
बीएनएस धारा 68 किसी प्राधिकारी द्वारा अपने पद या प्रत्ययी संबंध का दुरुपयोग करके अपने संरक्षण में किसी महिला को बहकाने या प्रेरित करने से संबंधित है, हालांकि यह बलात्कार नहीं है।
बीएनएस की धारा 68 के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें
- यह धारा उन मामलों पर लागू होती है जहां किसी व्यक्ति पर जुर्माना लगाया जाता है और वह जुर्माना नहीं भरता है।
- यदि कोई व्यक्ति जुर्माना नहीं भरता है, तो उसे कारावास की सजा हो सकती है।
- यदि कोई व्यक्ति बाद में जुर्माना भर देता है या जुर्माना वसूल कर लिया जाता है, तो उसकी कारावास की सजा समाप्त हो जाएगी।
- यह धारा उन मामलों पर लागू नहीं होती है जहां किसी व्यक्ति को अन्य अपराधों के लिए कारावास की सजा सुनाई जाती है।
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