डॉ अम्बेडकर अभय हस्तम (Dr Ambedkar Abhaya Hastham)- एक प्रमुख सामाजिक कल्याण योजना है, जो विशेष रूप से अनुसूचित जाति (SC) के परिवारों को आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण के उद्देश्य से शुरू की गई थी। यह योजना मुख्य रूप से तेलंगाना राज्य में लागू की गई है. इसका उद्देश्य दलित समुदाय के परिवारों को आर्थिक मदद और रोजगार के अवसर प्रदान करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है.
क्या हैं डॉ अम्बेडकर अभय हस्तम
भारत सरकार द्वारा दलित उथान के लिए कई तरह की योजना चलिए है. वही कुछ दलित योजना केन्द्र सरकार द्वार चलयी गयी तो कुछ योजना राज्य सरकार द्वारा होती हैं. तो चलिए आपको आज दलित बंधु योजना के बारें में बताते हैं. जिसे तेलंगाना सरकार ने शुरू किया हैं. कुल मिलाकर, दलित बंधु योजना एक पथ-प्रदर्शक पहल है.जिसका उद्देश्य तेलंगाना में अनुसूचित जाति समुदाय की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को ऊपर उठाना है.
यह योजना समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों के बीच उद्यमशीलता और आर्थिक विकास को बहुत ज़रूरी बढ़ावा देती है. जिससे राज्य में समावेशी विकास और सामाजिक विकास को बढ़ावा मिलता है. वही मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा कि तेलंगाना दलित बंधु सिर्फ एक सरकारी कार्यक्रम नहीं है, बल्कि दलितों के सशक्तिकरण के लिए एक आंदोलन है जिसका उद्देश्य समाज में गुणात्मक बदलाव लाना है. उन्होंने कहा कि दलित बंधु का भविष्य हुजूराबाद विधानसभा क्षेत्र में उसकी सफलता पर निर्भर करता है और इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि निर्वाचन क्षेत्र के सभी दलित प्रतिनिधि प्रतिबद्धता और समन्वय के साथ काम करें.
डॉ अम्बेडकर अभय हस्तम योजना की मुख्य विशेषताएँ
- प्रारंभिक सहायता: योजना के तहत प्रत्येक दलित परिवार को एकमुश्त वित्तीय सहायता दी जाती है, जो उन्हें किसी व्यवसाय की शुरुआत करने के लिए उपयोगी हो सकती है। यह राशि लगभग ₹10 लाख तक हो सकती है, जो उनके व्यवसाय की शुरुआत या खेती में निवेश के लिए दी जाती है।
- आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम: यह योजना दलित परिवारों को व्यवसाय, कृषि, और अन्य आर्थिक गतिविधियों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है, ताकि वे अपने रोजगार के लिए दूसरों पर निर्भर न रहें।
- उद्देश्य: इस योजना का मुख्य उद्देश्य दलित समुदाय के लोगों को वित्तीय समृद्धि प्रदान करना है, ताकि वे अपने जीवन स्तर को बेहतर बना सकें और समाज में समानता की ओर कदम बढ़ा सकें।
- वित्तीय सहायता का उपयोग: यह सहायता किसी भी प्रकार के छोटे या मंझले व्यवसाय की शुरुआत के लिए दी जा सकती है, जैसे कि दुकान, खेती, वाहन चलाने, निर्माण कार्य, आदि।
- समाज में समानता: डॉ अम्बेडकर अभय हस्तम योजना का लक्ष्य न केवल आर्थिक मदद देना है, बल्कि समाज में जातिवाद और भेदभाव को समाप्त करने की दिशा में भी एक सकारात्मक कदम है।
योजना की कार्यान्वयन प्रक्रिया
- योजना का लाभ केवल तेलंगाना राज्य के अनुसूचित जाति (SC) के परिवारों को दिया जाता है।
- सरकार द्वारा चयनित पात्र लाभार्थियों को सीधी वित्तीय सहायता दी जाती है, और उन्हें इसका उपयोग एक आत्मनिर्भर व्यवसाय शुरू करने के लिए करना होता है।
- इसका मुख्य उद्देश्य दलित समुदाय को सामाजिक और आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है।
डॉ अम्बेडकर अभय हस्तम योजना दलित समुदाय के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में मदद करती है और उन्हें समाज में समानता की ओर अग्रसर करती है।