बाबा साहेब का जीवन दर्शन इतना विशाल है कि अगर उसके बाहरी परत को भी ध्यान से पढ़ लिया जाए तो जिंदगी संवर सकती है. बाबा साहेब ने दलितों के उत्थान के लिए शिक्षा को हथियार बनाने की बात कही थी. उन्होंने दलितों को हर हाल में शिक्षा ग्रहण करने की सलाह दी थी. उन्हें बेहतर शिक्षा मिले, समाज में गर्व से सीना चौड़ा कर, सर उठाकर जी सकें, उसका पूरा इंतजाम बाबा साहेब ने किया था. बाबा साहेब शिक्षा को विशेषाधिकार नहीं बल्कि मौलिक अधिकार मानते थे. अपने जीवनकाल में हर तरह की परेशानियों को झेलने के बावजूद उनके पास 32 डिग्रियां थी और उन्हें 9 भाषाओं का ज्ञान था. उनके जैसा महान शिक्षाविद अभी तक पैदा नहीं हुआ. इस लेख में हम आपको भारत के उन यूनिवर्सिटी और कॉलेज के बारे में बताएंगे जिनका नाम बाबा साहेब अंबेडकर के नाम पर रखा गया है.
बाबा साहेब अंबेडकर के नाम पर 5 विश्वविद्यालय
इसमें पहले नंबर पर है बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय. पटना से 70 किलोमीटर उत्तर में स्थित मुजफ्फरपुर में इस विश्वविद्यालय का मुख्यालय है. बिहार विश्वविद्यालय की स्थापना 2 जनवरी 1952 को की गई थी. पटना में इसका मुख्यालय था. बाद में बिहार विश्वविद्यालय अधिनियम द्वारा इसे तीन अन्य विश्वविद्यालयों में विभाजित कर दिया गया. ये तीन विश्वविद्यालय बनें…बिहार विश्वविद्यालय, रांची विश्वविद्यालय और भागलपुर विश्वविद्यालय.बाद में इसी बिहार विश्वविद्यालय का नाम बदलकर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय कर दिया गया.
दूसरे नंबर पर है बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ. यूपी की राजधानी में स्थित यह विश्वविद्यालय केंद्रीय विश्वविद्यालय है. यह विश्वविद्यालय रायबरेली मार्ग पर चारबाग रेलवे स्टेशन से 10 किमी दक्षिण में विद्या विहार में स्थित है. इसकी स्थापना 10 जनवरी 1998 को हुई थी. इस विश्वविद्यालय की एक शाखा अमेठी परिसर में भी है, जिसे 2016 में स्थापित किया गया था. मौजूदा समय में प्रोफेसर संजय सिंह इस विश्वविद्यालय के कुलपति हैं.
हमारी इस लिस्ट का तीसरा विश्वविद्यालय है डॉ भीमराव अंबेडकर विधि विश्वविद्यालय, जयपुर. राजस्थान की राजधानी में स्थिति यह विश्वविद्यालय उन सिद्धांतों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है, जिनके लिए बाबा साहेब ने आयुपर्यंत काम किया. जैसे- दलित समाज का उत्थआन, राष्ट्रीय एकता, सामाजिक न्याय, धर्म निरपेक्षता, जीवन की लोकतांत्रिक पद्धित आदि. इसके अलावा यह विश्वविद्यालय आर्ट्स तथा साइंस की समस्त शाखाओं में शिक्षा एवं अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है. राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा इसके चांसलर हैं.
चौथा विश्वविद्यालय है, डॉ बी आर अंबेडकर विश्वविद्यालय, दिल्ली. यह दिल्ली विधानमंडल के एक अधिनियम के माध्यम से एनसीटी दिल्ली सरकार द्वारा स्थापित एक राज्य विश्वविद्यालय है. 2007 में इसकी स्थापना हुई थी. विश्वविद्यालय ने अगस्त 2008 से काम करना शुरु किया था. विश्वविद्यालय को अब केंद्र सरकार की सहायता प्राप्त करने के लिए पात्र घोषित किया गया है. इसे राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद द्वारा ‘ए’ ग्रेड दिया गया है.
हमारी इस लिस्ट का पांचवा विश्वविद्यालय है डॉ बी आर अंबेडकर स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स. 2017 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इस विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी थी. इसकी शुरुआत एक स्वायत्त संस्थान के रूप में हुआ था लेकिन 2018 में इसे विश्वविद्यालय का दर्जा दे दिया गया. 43.45 एकड़ में फैले इस विश्वविद्यालय को विश्व प्रसिद्ध लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के तर्ज पर तैयार किया जा रहा है.