Sunita Williams: भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विल्लियम्स नौ महीने बाद धरती पर रखेंगी कदम, नासा की अनुभवी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स का मिशन मार्च में समाप्त हो रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर की वापसी पहले जल्दी होने वाली थी, लेकिन तकनीकी समस्याओं की वजह से इनमें देरी हुई। जल्द ही, उनकी जगह पर एक नए कमांडर को तैनात किया जाएगा. 19 मार्च 2025 तक सुनीता विलियम्स अपनी टीम के साथ एलन मस्क के ड्रैगन कैप्सूल से वापस धरती पर लौटेंगी।
और पढ़े : Antonio Gramsci and Ambedkar: सांस्कृतिक वर्चस्व को चुनौती देने वाले दो क्रांतिकारी विचारक
क्यों हुई वापस लौटने पर देरी
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को मूल रूप से बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल में पृथ्वी पर वापस आना था, लेकिन स्टारलाइनर में तकनीकी खराबी के कारण उनकी वापसी में देरी हुई। इसके कारण, उन्हें अंतरिक्ष में नौ महीने तक रहना पड़ा। लेकिन वो जल्द ही वापस लौटने वाली है। हालांकि, यह वापसी आसान नहीं होगी। मैक्रोग्रैविटी के लंबे समय तक संपर्क में रहने से उनके शरीर में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं, जिससे उनके लिए पृथ्वी की सतह पर घूमना और सामान्य जीवन जीना संभव हो गया है।
सुनीता विलियम्स वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की कमांडर हैं। उनकी जगह पर एक नए अंतरिक्ष स्टेशन कमांडर को तैनात किया जाएगा। यह स्थानांतरण एक सप्ताह के भीतर पूरा हो जाएगा, जिसके बाद विलियम्स और विल्मोर ड्रैगन अंतरिक्ष यान में सवार होंगे, जो उन्हें वापस पृथ्वी पर लाएगा। विलियम्स और विल्मोर पिछली गर्मियों में बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन गए थे।
और पढ़े : जब डॉ अंबेडकर को रामनवमी के रथ में हाथ नहीं लगाने दिया गया?
सुनीता विल्लियम्स का बयान
“मैं चलना भूल गई हूँ” हाल ही में सुनीता विलियम्स ने कहा, “मैं याद करने की कोशिश कर रही हूँ कि कैसे चलना है, मैं कितने समय से नहीं चली हूँ, मैं कितने समय से नहीं बैठी हूँ, मैं कितने समय से नहीं लेटी हूँ।” उनके इस कथन से यह स्पष्ट है कि 9 महीने तक अंतरिक्ष में रहना उनके लिए कितना कठिन था। डॉक्टरों के अनुसार, वापस लौटने के बाद उन्हें फिर से खड़े होने और चलने की आदत डालनी होगी।
कहां पर उतरेगा क्रू ड्रैगन कैप्सूल?
क्रू-10 मिशन 12 मार्च, 2025 को स्थानीय समयानुसार शाम 7:48 बजे लॉन्च किया जाएगा। चालक दल में अंतरिक्ष यात्री ऐनी मैकक्लेन और निकोल एयर्स, रोस्कोस्मोस अंतरिक्ष यात्री किरिल पेस्कोव और जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी के ताकुया ओनिशी शामिल हैं।
सुनीता विलियम्स और विल्मोर क्रू ड्रैगन पर सवार होकर धरती पर लौटेंगे। यह नियंत्रित तरीके से धरती के वायुमंडल में प्रवेश करेगा, जिसके बाद यह अटलांटिक महासागर या मैक्सिको की खाड़ी में उतरेगा। यहां रिकवरी टीमें अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित तट पर लाने के लिए तैयार रहेंगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नासा के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम ने स्पेसएक्स को करीब 3 बिलियन डॉलर दिए हैं।
क्या है ड्रैगन कैप्सूल?
ड्रैगन कैप्सूल स्पेसएक्स द्वारा विकसित एक पुन: प्रयोज्य अंतरिक्ष यान है, जिसे अंतरिक्ष में कार्गो और मानव मिशन के लिए डिज़ाइन किया गया है। स्पेसएक्स के ड्रैगन क्रू कैप्सूल को इसके निर्माण के बाद से 46 बार लॉन्च किया गया है। ड्रैगन क्रू कैप्सूल ने 42 बार अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा की है। इसके अलावा, इसे दो दर्जन से अधिक बार फिर से उड़ाया गया है। यह एक बार में सात अंतरिक्ष यात्रियों को समायोजित कर सकता है। यह दुनिया का पहला निजी अंतरिक्ष यान है, जो लगातार अंतरिक्ष यात्रियों और कार्गो को अंतरिक्ष स्टेशन तक ले जाता है।
इसे दो संस्करणों में विकसित किया गया है:
- ड्रैगन 1 – इसे कार्गो ले जाने के लिए बनाया गया था और 2012 से 2020 तक अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) को आपूर्ति पहुँचाना जारी रखा।
- ड्रैगन 2 – इसे मनुष्यों और कार्गो दोनों को ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है और इसके दो संस्करण हैं:
- क्रू ड्रैगन – अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाने के लिए।
- कार्गो ड्रैगन – केवल सामान ले जाने के लिए।