क्या कहती है BNS की धारा 75,जानें महत्वपूर्ण बातें

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BNS Section 75 in Hindi: भारतीय न्यायिक संहिता (बीएनएस) की धारा 75 यौन उत्पीड़न से संबंधित है। यह धारा यौन उत्पीड़न के अपराध को परिभाषित करती है और इसके लिए दंड का प्रावधान करती है। वही धारा 75 के अंतर्गत सजा 3 वर्ष तक की है, इस अवधि को बढ़ाया भी जा सकता है। तो चलिए आपको इस लेख में BNS की धारा 76 के बारे में विस्तार से बताते है।

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धारा 75 क्या कहती है? BNS Section 75 in Hindi

महिलाओं का यौन शोषण एक गंभीर समस्या है जो दुनिया भर में लाखों महिलाओं को प्रभावित करती है। यह एक ऐसा कृत्य है जो महिला की सहमति के बिना किया जाता है और इसमें यौन प्रकृति का कोई भी व्यवहार शामिल हो सकता है। यह शारीरिक, मौखिक या मनोवैज्ञानिक हो सकता है और इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। लेकिन क्या आप जानते है भारतीय न्यायिक संहिता में महिलाओं के साथ हो रहे यौन शोषण के लिए क्या प्रवधान है। 

आपको बता दें, बीएनएस (BNS) की धारा 75 यौन उत्पीड़न ( Sexual Harassments) के अपराध से संबंधित है, जो यौन उत्पीड़न को इस प्रकार परिभाषित करती है…यौन उत्पीड़न का अर्थ है किसी महिला को उसकी सहमति के बिना शारीरिक और भावनात्मक रूप से परेशान करना, उसके साथ किसी भी अनुचित तरीके से व्यवहार करना, या ऐसा कोई कार्य करना जो किसी महिला की गरिमा और सम्मान का अपमान करता हो। तो उस व्यक्ति को धारा 75 (2) के तहत कारावास व जुर्माने की सजा से दंडित किया जाता है।

बीएनएस धारा 75 के तहत दंड

यौन उत्पीड़न के अपराध के लिए दंड अपराध की गंभीरता के अनुसार अलग-अलग होता है। पहले अपराध के लिए, दोषी को तीन साल तक की कैद या जुर्माना या दोनों से दंडित किया जा सकता है।

दूसरे या बाद के अपराध के लिए, दोषी को पांच साल तक की कैद या जुर्माना या दोनों से दंडित किया जा सकता है।

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बीएनएस धारा 75 के बारे में महत्वपूर्ण बातें

यह धारा महिलाओं को यौन उत्पीड़न से बचाने का एक महत्वपूर्ण साधन है। यह धारा यौन उत्पीड़न के पीड़ितों को न्याय दिलाने में मदद करती है। यह धारा यौन उत्पीड़न के अपराधियों को दंडित करती है।

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